- फरीदाबाद स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में हो रही देरी अब होगी खत्म
- अब सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय से होगी विकास कार्यों की निगरानी
- देरी करने वाली कंपनियों को प्रतिदिन बताना होगा देरी का कारण
Faridabad News: फरीदाबाद में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत हो रहे विकास कार्यों को अब जहां स्पीड मिलेगी, वहीं इनमें होने वाली धांधली भी रूकेगी क्योंकि अब स्मार्ट सिटी परियोजनाओं की निगरानी सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय से होगा। इस परियोजना से जुड़े विकास कार्यों की प्रगति रिपोर्ट हर सप्ताह फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड (एफएससीएल) पीएमओ को देगा। एफएससीएल की सीईओ डॉ. गरिमा मित्तल ने कहा कि, पहली समीक्षा बैठक अगले सप्ताह होगी, जिसमें सभी परियोजनाओं की अंतिम तिथि तय होगी। साथ ही, जो काम देरी से चल रहा है, उनसे संबंधित एजेंसियों पर जुर्माना लगाया जाएगा।
बता दें कि, अभी फरीदाबाद के विभिन्न इलाकों में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत करीब 450 करोड़ रुपये की लागत के छह बड़े विकास कार्य चल रहे हैं। इनमें सड़कें, बड़खल झील, चौराहों का सौंदर्यीकरण आदि शामिल हैं। ज्यादातर प्रोजेक्ट अपने तय समय से काफी पीछे हैं, वहीं कुछ प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार की बात भी उजागर हुई थी, जिसकी अभी भी जांच चल रही है। अधिकांश विकास कार्यों में नगर निगम, बिजली निगम, वन विभाग जैसे विभागों के कारण भी देरी हो रही है।
कई कंपनी को जारी किए गए नोटिस
इस बैठक से पहले ही एफएससीएल हरकत में आ गया है। एफएससीएल की तरफ से विभिन्न परियोजनाओं से जुड़ी पांच कंपनियों को नोटिस देकर विकास कार्यों में देरी का कारण पूछा है। इन कंपनियों को बैठक से पहले ही इसका जवाब देना होगा। जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले एफएससीएल ने विकास कार्यों में देरी और लापरवाही बरतने पर दो कंपनियों पर जुर्माना लगा चुकी है। इन कंपनियों पर फतेहपुर चंदीला और संतनगर के विकास कार्यों में देरी के कारण जुर्माना लगाया गया।
अब प्रतिदिन होगी विकास कार्यों की समीक्षा
विकास कार्यों की निगरानी डायरेक्ट पीएमओ से होने के कारण अब स्थानीय अधिकारी भी हरकत में आ गए हैं। एफएससीएल द्वारा बनाए गए नए प्लान के अनुसार अब इंजीनियरिंग शाखा के अधिकारी प्रतिदिन विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे और प्रगति रिपोर्ट सीईओ के सामने प्रस्तुत करेंगे। इसके अनुसार ही विकास कार्यों की प्रगति रिपोर्ट तैयार की जाएगी। वहीं अगर कोई विकास कार्य रूका हुआ है तो संबंधित कंपनी को काम रूकने का कारण प्रतिदिन रिपोर्ट में बताना होगा। वहीं संबंधित अधिकारियों को भी मौके पर जाकर रिपोर्ट तैयार करनी होगी।