- गाजियाबाद पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है
- पुलिस ने जीजा-साली के एक शातिर चोरों के गिरोह का पर्दाफाश किया है
- इस गिरोह का नाम बोन्ची है, जिसकी पुलिस को तलाश थी
Ghaziabad Crime News: गाजियाबाद पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने जीजा-साली के एक शातिर चोरों के गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह का नाम बोन्ची है। इस गिरोह में शामिल चोर जीजा और साली को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनके अलावा पुलिस के हत्थे पांच लुटेरे और चढ़े हैं। इन सभी को गुरुवार सुबह कनावनी पुलिया के पास इंदिरापुरम पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक बोन्ची गिरोह का सरगना आसिफ उर्फ बोन्ची उर्फ सलमान शहरभर में कई चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुका है। वह बीते कुछ महीने से छुपा हुआ था। पुलिस ने बताया है कि बोन्ची गिरोह अभी तक दिल्ली-एनसीआर के अंदर 100 से ज्यादा लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दे चुका है।
दिल्ली बॉर्डर की कॉलोनियों में करते थे लूटपाट
पुलिस ने आरोपी बोन्ची के पास से तीन चाकू, 315 बोर का तमंचा, 7500 रुपये नकद, लूटे गए दो मोबाइल फोन और घटना में इस्तेमाल होने वाली बाइक बरामद की है। मामले पर जानकारी देते हुए क्षेत्राधिकारी इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्र ने कहा है कि गिरोह में शामिल आरोपी अलग-अलग बाइक से दिल्ली बॉर्डर की कालोनियों में लूटपाट करते थे। टीम ने घेराबंदी कर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान मोइन मलिक उर्फ मोनी निवासी ब्रह्मपुरी उस्मानपुर दिल्ली, सलमान उर्फ कोलम निवासी जवाहर मस्जिद के पास शहीद नगर, नरेश उर्फ हड्डी निवासी तोताराम पहला पुस्ता दिल्ली और उसकी साली सीमा उर्फ बाजी निवासी काशिम बिहार को गिरफ्तार किया है।
जीजा लूट का सामना साली को बेचता था
पुलिस पूछताछ में चोरों ने बताया कि आसिफ, नरेश, सलमान और मोइन मिलकर बाइक से दिन भर लोगों के मोबाइल फोन लूट लेते थे। वह पूरे दिन में चार से पांच मोबाइल लूटते और नरेश उर्फ हड्डी उन फोन को अपनी साली सीमा को 800 से 4 हजार रुपये तक में बेच देता था। वहीं सीमा चोरी के मोबाइल के पार्ट्स अलग-अलग कर बाजार में बेचती थी, जिससे वह मोटा मुनाफा कमाती थी। पुलिस ने बताया है कि गिरोह का सरगना बोन्ची अपने बचाव के लिए हमेशा सीमा को साथ रखता था, जैसी ही वह पकड़ा जाता था तभी सीमा वहां पहुंचकर चोरी का मोबाइल गायब कर देती थी। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।