- आरोपियों ने दिया था फोरेक्स ट्रेडिंग से पैसे डबल होने का झांसा
- पीड़ित कारोबारी ने मांगे अपने पैसे तो आरोपियों ने दी मारने की धमकी
- शिकायत के आधार पर पुलिस ने छह आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया मामला
Ghaziabad News: गाजियाबाद में ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। शातिर ठगों ने दिल्ली के एक कारोबारी को 6 महीने में पैसे डबल करने का लालच देकर 78 लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने पीड़ित कारोबारी को फोरेक्स ट्रेडिंग कर पैसे डबल करने का लालच दिया था, लेकिन आरोपित पैसे डबल करने की जगह उसे हड़प गए। ठगी का एहसास होने पर कारोबारी ने पुलिस में मामला दर्ज कराया है। पीड़ित कारोबारी के अनुसार इन ठगों से उसकी पहचान उसके ही एक जानकार ने करवाई थी।
दिल्ली के प्रीतम विहार के रहने वाले रियल स्टेट कारोबारी अजय कुमार चौरसिया ने इस मामले में एसएसपी को शिकायत दी थी। एसएसपी के आदेश पर सिहानी गेट पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। सभी आरोपी सिहानी गेट थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। पीड़ित कारोबारी ने बताया कि दिल्ली के जिस बिल्डिंग में उनका ऑफिस है, उसी में सोवन संजीव प्रधान नाम के व्यक्ति का भी कार्यालय था। यही पर उनकी पहचान सोवन संजीव से हुई और संजीव ने उन्हें फोरेक्स ट्रेडिंग के काम के बारे में बताते हुए कहा कि इसमें निवेश करने पर छह माह में रकम दोगुनी हो जाती है।
आरोपी खाते में दिखाते रहे पैसे डबल होते
ठगी के शिकार कारोबारी ने बताया कि सोवन संजीव ने उनकी मुलाकात लोकेश, अमन, अनिल शेखावत से कराई। सभी ने पैसे डबल करने का झांसा देकर उससे पहले 26 लाख रुपये निवेश कराया। इसके बाद उसने परिचितों के 35 लाख रुपये कंपनी में निवेश करा दिए। इसके कुछ समय बाद सोवन संजीव अपना कार्यालय खाली करके चला गया। कारोबारी ने आरोप लगाया कि एक माह बाद उसकी मुलाकात लोकेश से हुई तो उसने भी उससे नई स्कीम बताकर तीन माह में अच्छा मुनाफा कराने का झांसा देकर फिर से 17.15 लाख रुपये निवेश करा लिए। कारोबारी ने बताया आरोपितों ने उसे झांसे में लेने के लिए फोरेक्स ट्रेडिंग के खाते में पैसे डबल होते हुए भी दिखाए, लेकिन छह माह बाद जब पैसे मांगे तो राशि नहीं लौटाई। इसके बदले आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। सिहानी गेट थाना प्रभारी नरेश कुमार शर्मा ने बताया कि इस मामले में सोवन संजीव प्रधान, लोकेश कुमार, अमन गिल, अनिल शेखावत, धीरेंद्र वर्मा और संदीप गर्ग के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।