- विश्व का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बना गाजियाबाद
- टॉप 10 प्रदूषित शहरों की लिस्ट में भारत के 6 हैं
- राजस्थान के औद्योगिक शहर भिवाड़ी विश्व में सबसे प्रदूषित
World's second most polluted city: दिल्ली-एनसीआर में शामिल गाजियाबाद शहर विश्व का दूसरा सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर है। गाजियाबाद को यह शर्मनाक उपलब्धि आइक्यूएआइआर की ओर से जारी वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट-2021 में मिली। संस्था की तरफ से यह रिपोर्ट पीएम 2.5 (हवा में धूल व धुएं के कण) के आधार पर तैयार की गई है। इस शहर में वाहनों और औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले धुएं, जगह-जगह जलाए जा रहे कूड़े और उड़ती धूल के कारण अब लोगों का सांस लेना भी दूभर हो गया है। वहीं प्रशासन प्रदूषण के मामले में खराब होती शहर की स्थिति में सुधार करने की जगह इस रिपोर्ट को निजी रिपोर्ट बता कर आंखे बंद करने की कोशिश कर रहा है।
इस रिपोर्ट पर बयान जारी करते हुए उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी उत्सव शर्मा ने कहा कि, यह निजी संस्था की रिपोर्ट है, जो पीएम 2.5 के औसत पर है। इसी शहर के आंकड़े देखें तो पांच साल में पीएम 2.5 के औसत में सुधार हो रहा है। इलेक्ट्रिक बसें, सीएनजी जनरेटर, बीएस - 6 वाहन के चलने, अच्छी सड़कें होने से अभी और सुधार होगा। कूड़ा जलाने या प्रदूषण करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है।
विश्व के टॉप 10 में 6 शहर भारत के
एक्यूएआइआर द्वारा जारी इस रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के सर्वाधिक प्रदूषित 10 शहरों में 6 शहर भारत के हैं। इसमें राजस्थान के अलवर जिले के औद्योगिक शहर भिवाड़ी के बाद सबसे टॉप पर गाजियाबाद का नाम है। रिपोर्ट के अनुसार, सर्वे में गाजियाबाद में वायु की गुणवत्ता सामान्य से 10 गुना ज्यादा खराब मिली है। हालांकि आइक्यूएआइआर की रिपोर्ट देखें तो पिछले पांच साल में पीएम 2.5 (हवा में धूल या धुएं के सूक्ष्म कण) की मात्रा कुछ कम जरूर हुई है। इस टॉप 10 के लिस्ट में भारत के दिल्ली को चौथा, यूपी के जौनपुर को पांचवां, नोएडा को सातवां और बागपत को दसवां स्थान मिला है।
इसलिए देश का सबसे प्रदूषित जिला बना गाजियाबाद
- जिले में जगह जगह जाम में वाहन धुआं उगलते हैं
- 10 लाख 50 हजार से अधिक वाहन जिले में रजिस्टर हैं
- दो लाख से अधिक वाहन बाहर से जिले में आता हैं
- बड़ी संख्या में अवैध फैक्ट्रियां, ईंट के भट्टे आदि चल रहे हैं
- आए दिन कूड़े में आग लगा दी जाती है
- बड़ी संख्या में जनरेटर चल रहे हैं, इससे भी प्रदूषण होता है