- स्वास्थ्य विभाग अब अपने पास रखेगा मरीजों का पूरा डाटा
- छोटे-बड़े सभी सरकारी अस्पतालों में दर्ज होगी मरीजों की जानकारी
- सरकार को योजनाओं के लिए सर्वे व बीमारी का अध्ययन करने में मिलेगी मदद
Ghaziabad Health: गाजियाबाद के सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों का रिकॉर्ड अब स्वास्थ्य विभाग अपने पास संभाल कर रखेगा। जिले के छोटे-बड़े सभी सरकारी अस्पतालों में प्रतिदिन रजिस्टर में मरीजों का पूरा रिकॉर्ड दर्ज किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग जो रिकॉर्ड दर्ज करेगा उसमें मरीज का नाम, मोबाइल नंबर, उम्र, पता, बीमारी व उसके कारण, किस चिकित्सक ने देखा, क्या दवाएं दीं और मरीज के अस्पताल आने की तारीखों का विवरण भी दर्ज करेगा।
सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधर ने बताया कि जिले में यह व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है। आने वाले दिनों में इस रिकॉर्ड को कंप्यूटर पर अपलोड किया जाएगा। जिससे मरीजों का पूरा रिकॉर्ड प्रदेश और केंद्र सरकार के पास पहुंचेगा। सीएमओ ने कहा कि इस सुविधा के शुरू होने के बाद लोगों के स्वास्थ्य की पूरी जन्मकुंडली सरकार के पास होगी।
डॉक्टरों की मनमानी पर भी लगेगी रोक
सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधर ने बताया कि, योजना के तहत अब भर्ती एवं रेफर होने वाले मरीजों का भी विवरण बनाया जाएगा। जिले के सभी पीएचसी, सीएचसी और उप स्वास्थ्य केंद्रों में भी रजिस्टर रखवा दिए गए हैं। सीएमओ ने कहा कि अब कोई भी चिकित्सक बिना कारण दर्ज किए किसी भी मरीज को उपचार के लिए दिल्ली, नोएडा और मेरठ के लिए रेफर नहीं कर सकेंगे। डॉक्टरों को रजिस्टर के साथ रेफर के दस्तावेजों में कारण दर्ज करना होगा। इससे डॉक्टरों की मनमानी पर भी रोक लगेगी। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में एक रुपये की पर्ची भी कंप्यूटर से ही बनाई जाएगी। फिलहाल इसके लिए चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
मरीजों को मिलेगा यह फायदा
सीएमओ ने बताया कि इस योजना से मरीजों को काफी फायदा मिलेगा। लोगों की उनकी बीमारियों से जुड़ी सारी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के सर्वर पर सेव रहेगी। जिले के मरीज राज्य के किसी भी सरकारी अस्पताल में इलाज कराने जाएंगे तो वहां के डॉक्टरों को मरीज के स्वास्थ्य से जुड़ी पूरी जानकारी मिल जाएगी। इसके बाद मरीजों को अपने स्वास्थ्य का रिकॉर्ड लेकर भी एक जगह से दूसरी जगह चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। मरीज जितनी बार इलाज करने आएंगे, उतनी बार उनकी प्रोफाइल को अपग्रेट कर दिया जाएगा। वहीं सरकार इससे योजनाओं के लिए सर्वे, बीमारी का अध्ययन कर डाटा तैयार कर सकेगी।