- दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय अंतरराज्यीय जहरखुरानी गैंग गिरफ्तार
- यह गैंग अब तक आसपास के जिलों में लूट चुका है 200 ई-रिक्शा
- चालक को नशीली दवा खिलाकर देते थे लूट की घटना को अंजाम
Ghaziabad Police: गाजियाबाद पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। गाजियाबाद समेत पूरे दिल्ली-एनसीआर में ई-रिक्शा चालकों को नशीला पदार्थ खिलाकर लूटने वाले अंतरराज्यीय जहरखुरानी गैंग का खुलासा करते हुए क्राइम ब्रांच ने दो सरगनाओं समेत आठ बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों के पास से पुलिस ने चार ई-रिक्शा, लूट में प्रयुक्त ऑटो व बाइक तथा 600 नशीली गोलियां बरामद की हैं। पुलिस के अनुसार, अभी तक के जांच में पता चला है कि, यह गैंग अब तक 200 से अधिक ई-रिक्शा लूट चुका है। पुलिस गिरोह से जुड़े अन्य बदमाशों की खोजबीन की जा रही है।
गाजियाबाद क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि, इन जहरखुरानी बदमाशों के द्वारा लगातार लूटपाट की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा था। क्राइम ब्रांच की टीम काफी समय से इस गैंग को ट्रेस करने में जुटी हुई थी। जिसके बाद हम इस गैंग तक पहुंच सकें और इस अंतरराज्यीय गैंग के आठ बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने इन आरोपियों की पहचान बुलंदशहर के गांव बुगरासी व हाल मुस्तफाबाद लोनी निवासी अबरार उर्फ कल्लू, लोनी के बाबूनगर निवासी रहमत, सीलमपुर दिल्ली निवासी सलमान, लोनी के अंकुर विहार डीएलएफ निवासी सलीम उर्फ टोला, नसबंदी कॉलोनी निवासी आजम उर्फ नदीम व शाहिद, लोनी बॉर्डर की गुलाब कॉलोनी निवासी उमाशंकर राठौर तथा मुस्तफाबाद दिल्ली निवासी डॉ. वकील के रूप में की है।
लूट को ऐसे अंजाम देता था यह गिरोह
क्राइम ब्रांच प्रभारी ने इस गिरोह के लूट के तरीके के बारे में बताया कि, अबरार और रहमत इस अंतरराज्यीय जहरखुरानी गिरोह के सरगना हैं, ये गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देते हैं। गिरोह के कुछ सदस्य पहले ई-रिक्शा में सवारी बनकर बैठते और चालक को विश्वास में लेकर उसे कोल्डड्रिंक, जूस तथा अन्य खाद्य पदार्थ में एल्प्राजोलम का नशा देकर बेहोश कर देते हैं। इसके बाद वह ई-रिक्शा, चालक का मोबाइल व नकदी आदि लूटकर फरार हो जाते हैं। इस लूट के दौरान इनके साथ महिला सदस्य भी होती थी, इससे इन पर कोई उन पर शक नहीं करता। पुलिस के अनुसार, यह गिरोह अभी तक दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, बागपत आदि स्थानों से 200 से अधिक ई-रिक्शा लूट चुका है। लूट के बाद ये ई-रिक्शा को बुलंदशहर के खुर्जा निवासी कबाड़ी अमजद को बेचते थे।