- नगर निगम का बेसहारा गोवंशों को पकड़ने का अभियान शुरू
- पहले दिन निगम टीम ने अलग-अलग जगहों से पकड़े 25 गोवंश
- सड़क पर गोवंश छोड़ने वाले लोगों पर भी की जा रही कार्रवाई
Ghaziabad Municipal Corporation: बेसहारा गोवंशों से सड़क और लोगों को सुरक्षित करने के लिए गाजियाबाद नगर निगम की टीम एक बार फिर से सड़क पर उतर चुकी है। इन गोवंशों को पकड़ने के लिए कई टीमों का गठन कर अलग-अलग इलाकों में ड्यूटी लगाई गई है। इन पकड़े गए गोवंशों को नंदी पार्क ले जाएगा, जहां पर इनके रहने और चारे का इंतजाम प्रशासन द्वारा किया गया है।
नगर निगम की टीमों ने पहले दिन करीब 25 गोवंशों को अलग-अलग जगहों से पकड़ कर ट्रक के जरिए नंदी पार्क ले गए। निगम के इस अभियान की जानकारी देते हुए उप मुख्य पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डा. अनुज सिंह ने बताया कि, बेसहारा गोवंशियों को पकड़ने के लिए इस बार लंबा अभियान चलाया जाएगा। इन गोवंशों के सुरक्षा व चारे की पूरी व्यवस्था की गई है।
हादसों के हैं प्रमुख कारण
बता दें कि, शहर के सड़कों पर भटकते ये गौवंश हादसों के प्रमुख कारण हैं। इनकी वजह से आए दिन हादसे होते रहते हैं। इन हादसों के कारण अब तक दर्जनों लोग अस्पताल पहुंच चुके हैं। इसके अलावा इनकी वजह से सड़कों पर जाम भी लगता रहता है। निगम अधिकारियों के अनुसार, इस समय सबसे ज्यादा गौवंश चिरंजीव विहार में मौजूद हैं। इसलिए निगम इस जगह पर ज्यादा फोकस कर रही है। आने वाले एक सप्ताह के अंदर इन बेसहारा गोवंशों को पकड़कर नंदी पार्क में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
नंदी पार्क अपने गोवंश लाने वाले लोगों से लिया जाएगा खर्चा
नगर निगम ने शहर को बेसहारा गोवंशों से पूरी तरह मुक्त करने के लिए हाल ही में एक प्रस्ताव पास किया था। जिसके अनुसार, नंदी पार्क में अपने गोवंश को छोड़ने आने वाले लोगों से दो हजार रुपये एकमुश्त लिए जाएंगे। इसके अलावा चारे के लिए प्रतिदिन 100 रुपये के हिसाब से खर्च लिया जाएगा। निगम अधिकारी ने कहा कि, शहर के कुछ डेयरी संचालक नंदी व गायों को दिन में बेसहारा छोड़ देते हैं और शाम को वापस खूंटे पर बांधकर दूध निकाल लेते हैं। ऐसे लोगों पर निगम लगातार कार्रवाई कर रहा है। निगम ने अब तक ऐसे लोगों पर कार्रवाई करते हुए 4 लाख रुपये जुर्माना वसूल किया है।