- दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर टोल देने के लिए अब वाहनों पर नहीं लगेगा ब्रेक
- एनएचआई ने शुरू की आटोमेटिक नंबर प्लेट रिकगनिशन तकनीक
- इस सप्ताह काशीपुर के मुख्य टोल प्लाजा पर भी शुरू होगी यह तकनीक
Delhi Meerut Expressway: दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर टोल वसूली शुरू हो गई है, जिसके साथ ही डीएमई पूरे देश में बिना रुके टोल वसूली की तकनीक वाला पहला हाईवे बन गया है। एनएचएआई ने इसे एएनपीआर (आटोमेटिक नंबर प्लेट रिकगनिशन) कम फास्टैग बेस्ड मल्टी लेन फ्री फ्लो टोलिंग सिस्टम नाम दिया है। इसे एनपीसीआई से जोड़ा गया है। इस तकनीक का सबसे बड़ा फायदा यह है कि, यहां से गुजरने वाले वाहनों को अब टोल टैक्स देने के लिए रुकना तो दूर अब अपने वाहन की गति भी धीमी करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वहीं देश के अन्य टोल पर फास्ट टैग से भुगातन करने के लिए कुछ सेकेंड रूकना पड़ता है।
इस तकनीक के बारे में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि, इस तकनीक से पहली बार टोल वसूली की शुरुआत हुई है। यहां के बाद इसी सप्ताह इसे काशीपुर के मुख्य टोल प्लाजा पर भी लागू किया जाएगा। जिसके बाद यहां से भी वाहनों का निर्बाध आवागमन होगा।
रात में 100 से अधिक स्पीड पर भी कैमरे करेंगे फोटो क्लिक
डीएमई पर जो एएनपीआर कैमरे लगाए गए हैं, जो रात के वक्त भी 100 या इससे अधिक की स्पीड से चल रहे वाहन की फोटो खींचने में सक्षम है। डीएमई काशीपुर मुख्य प्लाजा के साथ भोजपुर, रसूलपुर सिकरोड़ा व डासना पर दोनों ओर दो-दो टोल बूथ बनाए गए हैं। डासना पर कर्मचारी तैनात नहीं किए गए हैं। यहां ऑटोमेटिक वसूली ही होगी। काशीपुर के साथ रसूलपुर सिकरोड़ा व भोजपुर पर कर्मचारी तैनात हैं। एएनपीआर वाहन के प्रवेश और निकास का स्थान तय कर भुगतान के लिए डाटा एनपीसीआई को भेजता है और फिर टोल टैक्स का भुगतान प्राप्त किया जाता है।
वाहन पर लगा होना चाहिए वैध फास्टैग
इस एक्सप्रेस-वे पर सफर करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि, आपके वाहन पर वैध फास्टैग लगा है और इसमें पर्याप्त रिचार्ज भी है। यदि ऐसा नहीं है तो, दोगुना टैक्स देना पड़ेगा। काशीपुर, रसूलपुर सिकरोड़ा व भोजपुर से गुजरे तो नकद भुगतान करना होगा और बाकी जगह निकास करने पर दोगुना टैक्स का चालान आपके घर पहुंच जाएगा। यह चालान एनपीसीआइ ई-चालान की तर्ज पर भेजेगा।