- सरकार के फीस वृद्धि आदेश का अभिभावक कर रहे विरोध
- जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर डीएम को सौंपा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन
- मांगें नहीं हुई पूरी तो अभिभावक करेंगे जिला मुख्यालय का घेराव
Ghaziabad News: प्राइवेट स्कूलों में फीस बढ़ोत्तरी का विरोध शुरू हो गया है। फीस का विरोध करने के लिए अभिभावकों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पेरेंट्स एसोसिएशन ने प्रदेश सरकार द्वारा निजी स्कूलों को फीस वृद्धि करने के आदेश का विरोध जताते हुए जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान एसोसिएशन ने मांग की सरकार जल्द से जल्द इस आदेश को वापस ले, नहीं तो जिला मुख्यालय का घेराव किया जाएगा। वहीं जिलाधिकारी द्वारा सभी मांगों की सूची मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन दिया गया। जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी ने बताया कि, पिछले दो साल से ज्यादा कोरोना महामारी की वजह से अभिभावक आर्थिक रूप से काफी ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
'फीस देने में असमर्थ अभिभावक'
कोरोना के कारण बड़ी संख्या में अभिभावकों की नौकरी चली गई, काम धंधे बंद पड़े हैं। इनमें से बड़ी संख्या में अभिभावक अभी तक बेरोजगार हैं। जिस कारण से वे फीस देने में असमर्थ हैं। सीमा ने कहा कि, लोगों का काम धंधा अभी तक पटरी पर नहीं लौटा है। वहीं महंगाई भी दिनों दिन बढ़ती जा रही है। इसके अलावा अब कोरोना की चौथी लहर का अंदेशा जताया जा रहा है। इस स्थिति में अभिभावक कहां से फीस दें।
शासन ने 8 अप्रैल को जारी किया था फीस बढ़ोत्तरी का आदेश
इस वर्ष प्रदेश सरकार की अपर मुख्य सचिव अराधना शुक्ला ने 7 जनवरी को प्रदेश के सभी शिक्षा बोर्ड के विद्यालयों को आदेश जारी करके शिक्षा सत्र 2022-23 में फीस वृद्धि नहीं करने की बात कही थी, लेकिन इस आदेश के बाद में वापस ले लिया गया। अब यूपी सरकार द्वारा कोरोना की स्थिति को साधारण मानकर अपर मुख्य सचिव ने 8 अप्रैल को फीस बढ़ाने के आदेश जारी कर दिए। इससे अभिभावक आहत हैं। अभिभावकों का कहना है कि, निजी विद्यालयों की फीस पहले से ही काफी ज्यादा है। अब हम पर भार ज्यादा बढ़ जाएगा। अभिभावकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फीस वृद्धि के आदेश को वापस लेने की अपील की है।