- ऑटो में पीछे छुपकर बैठा बदमाश गायब कर देता कीमती समान
- चोरी के बाद समान को बेचकर आरोपी करते थे अपनी नशापूर्ति
- आरोपी अब तक कर चुके हैं चोरी व लूट की सात वारदात
Ghaziabad Crime: तीन युवकों को नशे की ऐसी लत लगी कि, तीन युवकों ने ऑटो चलाने के रोजगार को ही चोरी और लूट का अड्डा बना लिया। ये आरोपी ऑटो में सवारियों को बैठते और उसके बाद लूटपाट व चोरी कर फरार हो जाते। साहिबाबाद पुलिस ने इन तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से चोरी के तीन मोबाइल, दस हजार रुपये और चाकू बरामद किए हैं। अब पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर घटना में इस्तेमाल होने वाले ऑटो की बरामदगी का प्रयास कर रही है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान लाखन, कृष्णा और नाजिम के तौर पर की गई है।
लुटेरों की जानकारी देते हुए एएसपी अभिजीत आर शंकर ने बताया कि, इन आरोपियों को नगर निगम के मोहननगर कार्यालय के पास से गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ के दौरान आरोपियों से चोरी व लूट की सात घटनाओं का खुलासा किया है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे पहले ऑटो चलाते थे, लेकिन नशे की लत की वजह से सवारियों के साथ लूटपाट व चोरी करने लगे। आरोपियों ने बताया कि, ऑटो के पीछे के हिस्से में पहले से ही उनका एक साथी छुपा रहता था। यात्रियों को बैठाने के बाद पीछे बैठा बदमाश चुपके से लोगों के बैग या पर्स से पैसा व महंगा सामान और मोबाइल चोरी कर लेता। जिसके बाद फिर तीनों उसे सस्ते दाम में बाजार में बेच देते हैं और इससे मिलने वाले रुपयों से वह गांजा और नशे की अन्य वस्तु खरीदते थे।
जहरखुरानी गैंग ने बनाया ई-रिक्शा चालक को शिकार
इधर, कल्लूपुरा निवासी मनीष कुमार ने बताया कि, उसने 10 जून को नया ई-रिक्शा लिया था, जिसे जहरखुरानी गैंग ने लूट लिया। पीड़ित ने बताया कि, शनिवार को एक व्यक्ति व महिला ने राजेंद्र नगर के लिए बुकिंग की थी। यहां पहुंचने पर आरोपी ने गर्मी होने की बात कहकर शीतल पेय की तीन बोतल लाया। उन दोनों ने अपने लिए एक एक बोतल लेने के साथ एक बोतल मनीष को दे दी, जिसे पीते ही मनीष बेहोश हो गया। जब उसे होश आया तो वह सड़क किनारे लावारिस हालत में पड़ा था। उन आरोपियों ने उसका ई-रिक्शा, मोबाइल व जेब में रखी नकदी लूट ले गए। साहिबाबाद पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।