- कलयुगी चाचा ने अपने दो माह के भतीजे को बचेने के लिए किया अगवा
- तीन आरोपियों ने मिलकर बच्चे को बेचने के लिए आगरा में किया तीन लाख का सौदा
- बच्चे को अगवा करने के आरोप में चाचा, उसका दोस्त व एक महिला गिरफ्तार
Ghaziabad Crime: गाजियाबाद में एक सनसनीचोज मामला सामने आया है। यहां पर एक चाचा ने अपने ही दो माह के भतीजे को अगवा कर बेचने के लिए तीन लाख रुपये में सौदा तय कर लिया। यह घटिया साजिश उस चाचा ने रची, जिसके घर पीड़ित महिला अपने पोते को लेकर आई थी। हालांकि पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए साजिश को नाकाम कर दिया और 24 घंटे के अंदर ही बच्चे को बरामद करते हुए आरोपी चाचा उसके एक दोस्त और एक महिला को गिरफ्तार कर लिया।
घटना की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि बुलंदशहर के वीर गांव की रहने वाली तारादेवी दो माह के पोते कृष्णा को लेकर सिद्धार्थ विहार निवासी अपने भाई मनवीर के पास आई थी, वो यहां पर 15 दिन से रह रही थी। यहीं से तारादेवी के भतीजे अमित नवजात कृष्णा को लेकर फरार हो गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद जब पुलिस ने छानबीन की तो अमित पर शक हुआ। जिसके बाद अमित की लोकेशन ट्रेस करते हुए पुलिस ने बाइपास के पास से अमित, उसके दोस्त अभिषेक और नंदग्राम निवासी रितु को गिरफ्तार कर इनसे बच्चा बरामद कर लिया।
व्यापार के लिए किया बच्चे का सौद
गुरुग्राम पुलिस ने बताया कि आरोपी अमित मोमोज की ठेली लगाता है। उसे अपने काम को बढ़ाने के लिए पैसे की सख्त जरूरत थी। इस बारे में उसने अपने दोस्त अभिषेक से बात की। अभिषेक ने उसे बच्चे को अगवा कर बेचने का प्लान बताया। इसके साथ ही उसने रितु को अमित से भी मिलाया। प्लान के तहत आरोपी चाचा अमित तारादेवी के सोने का इंतजार करता रहा, जब वो सो गई तो अमित अपने भतीजे को उठाकर वहां से भाग गया और उसे ले जाकर अभिषेक को दिया। इसके बाद अभिषेक बच्चे को रितु के घर ले गया। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि रितु ने आगरा में किसी व्यक्ति से तीन लाख रुपये में बच्चे का सौदा तय कर लिया था। बच्चे को बेचने के बाद मिलने वाले पैसे में से आधा पैसा अमित को मिलता बाकी महिला व अभिषेक को मिलना था। तीनों आरोपी आगरा जाने के फिराक में बाईपास पहंचे थे, लेकिन आरोपियों के फरार होने से पहले ही पुलिस ने इन्हें दबोच लिया। अब पुलिस बच्चे का सौदा करने वाले को ट्रेस करने में जुट गई है।