रफ्तार की सनक या नींद का झोंका...मध्य प्रदेश के धार में हुए भीषण बस हादसे से एक बात तो साफ है कि मानवीय गलती की सजा...कई जिंदगियों ने भुगती है, तेज रफ्तार बस....पुल की रेलिंग तोड़ते हुए सीधे उफनती नर्मदा में जा गिरी...टक्कर का इम्पैक्ट इतना तेज था...मजबूत रेलिंग भी बस को नीचे गिरने से नहीं रोक सकी ये हादसा तब और भीषण हो गया...जब तेजी से गिरती बस नदी में सीधे ना गिरकर पहले पत्थर पर जा गिरी...इससे टक्कर का इम्पैक्ट कई गुणा बढ़ गया और कई जान चली गई...
बस में कुल 50 से 60 लोग सवार थे...हादसे में अभीतक 13 लोगों की मौत हुई है...15 लोग गंभीर रूप से घायल हैं... बचाए गए लोगों में से 5-7 लोगों की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है...यही वजह है कि मौत का आंकड़ा बढ़ने का डर सता रहा है।
हादसे के बाद Maharashtra के CM Eknath Shinde ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है। MP के CM Shivraj Singh Chouhan ने बताया कि - 'अब तक 13 मृतकों की शरीर को निकाला जा चुका है और लापता लोगों को खोजने के लिए Rescue Operation जारी है'
हादसे के वक्त नदी का बहाव तेज...प्रशासन को डर है कि बहाव में 30 से 35 लोग बह गए हैं...इनकी तलाश तेज कर दी गई...है...NDRF और SDRF की टीम को मौके पर तैनात किया गया है लोगों की तलाश जारी है...
बताया जा रहा है कि बस महाराष्ट्र सरकार की थी और इंदौर से पुणे जा रही थी...कुछ लोगों का दावा है कि हादसा दूसरे तरफ से तेज रफ्तार से आ रही कार को बचाने के दौरान हुआ...हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है...फिलहाल प्रशासन का पूरा फोकस लापता लोगों की तलाश पर है।