नई दिल्ली: 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है। इस हिंसा के बाद आंदोलन को भी काफी झटका लगा है। आंदोलन बैकफुट पर है और कई संगठन आंदोलन से पीछे भी हट गए हैं। इसी क्रम में दिल्ली पुलिस ने बुराड़ी ग्राउंड से 15 किसानों को हिरासत में लिया है। बुराड़ी मैदान को खाली करा लिया गया है।
दिल्ली पुलिस ने कहा, '26 जनवरी को हिंसा में शामिल होने और कानूनों का उल्लंघन करने के कारण बुराड़ी के डीडीए ग्राउंड से लगभग 30 किसान सिंघू बॉर्डर की ओर चले गए हैं और अन्य किसानों (लगभग 15) को हिरासत में लिया गया है। बुराड़ी का मैदान खाली कराया जा रहा है।'
वहीं सिंघु सीमा पर तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए प्रदर्शन स्थल पर डेरा डाले हुए प्रदर्शनकारियों को केंद्रीय मंच के पास एक निर्दिष्ट क्षेत्र में ले जाया गया, जबकि सीमा के पास दिल्ली और हरियाणा को जोड़ने वाले प्रमुख मार्ग को ब्लॉक कर दिया गया है। दिल्ली और हरियाणा दोनों को सिंघु सीमा से जोड़ने वाले कई मार्ग भी दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने बंद कर दिए गए हैं। इसके अलावा, प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए बैरिकेड भी लगाए गए हैं।
हिंसा भड़कने के दो दिन बाद, सिंघु सीमा के आसपास के स्थानीय निवासियों ने गुरुवार को किसानों से प्रदर्शन स्थल खाली करवाने की मांग की। बख्तावरपुर और हमीदपुर गांवों के कुछ स्थानीय लोग सीमा पर किसानों के खिलाफ आंदोलन करते देखे गए।