- मिथुन चक्रवर्ती बोले- टीएमसी के 38 विधायकों से अच्छे संबंध
- 21 विधायक को सीधे संपर्क में
- पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद पश्चिम बंगाल में सियासत गर्म
बंगाल की सियासत इस समय चर्चा के केंद्र में है। सीएम ममता बनर्जी के खास सहयोगियों में से एक पार्थ चटर्जी ईडी की हिरासत में है। वो 2016 में एसएससी घोटाले का सामना कर रहे हैं। पार्थ चटर्जी की जब गिरफ्तारी हुई तो ममता बनर्जी की तरफ से बयान आया लेकिन उनके बयान में वो गरमी नहीं दिखाई दी। इन सबके बीच पश्चिम बंगाल के कद्दावर बीजेपी नेता मिथुन चक्रवर्ती ने कहा कि क्या आप मुझसे ब्रेकिंग न्यूज सुनना चाहते हैं। इस समय टीएमसी के 38 विधायकों के साथ उनके बेहतर संबंध हैं, यही नहीं उनमें से 21 तो सीधे उनके संपर्क में हैं।
मानसिक रूप से बीमार हैं मिथुन चक्रवर्ती-टीएमसी
मिथुन चक्रवर्ती की टिप्पणी पर टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने कहा कि मैंने सुना है कि मिथुन चक्रवर्ती को कुछ दिन पहले एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मुझे लगता है कि वह मानसिक रूप से बीमार थे, शारीरिक रूप से नहीं। समस्या यह है कि वह राजनीति नहीं जानते हैं।
मिथुन चक्रवर्ती का ट्वीट
हम मीडिया ट्रायल के खिलाफ
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि निश्चित है कि भारतीय जनता पार्टी 2024 में सत्ता में नहीं आएगी ।मुझे किसी एजेंसी के कामकाज से परेशानी नहीं है, लेकिन इसका इस्तेमाल राजनीतिक दलों को बदनाम करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए।मीडिया, कंगारू (अदालत) की भूमिका निभा रही है। हम ‘मीडिया ट्रायल’ के खिलाफ हैं।
'बंगाल को तोड़ना आसान नहीं'
ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा कि विश्वास है कि भाजपा 2024 में सत्ता में नहीं आएगी। भारत में बेरोजगारी 40% बढ़ रही है लेकिन बंगाल में यह 45% कम हो गई है। आज मीडिया ट्रायल चल रहा है और वे लोगों को आरोपी कह रहे हैं। वे सिर्फ बंगाल की छवि खराब करना चाहते हैं। पश्चिम बंगाल की सीएम ने कहा कि बीजेपी के पास कोई काम नहीं है, उनका काम 3-4 एजेंसियों के जरिए राज्य सरकारों को अपने हाथ में लेना है। उन्होंने महाराष्ट्र, अब झारखंड पर कब्जा कर लिया है लेकिन बंगाल ने उन्हें हरा दिया है। बंगाल को तोड़ना आसान नहीं है क्योंकि आपको पहले रॉयल बंगाल टाइगर से लड़ना होगा।