- बिहार में कोरोना वायरस के 23 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि एक शख्स की जान जा चुकी है
- एक महिला ठीक होकर घर भी लौटी है, जिसने बताया कि लोगों को क्या करना चाहिए, क्या नहीं
- राज्य में सबसे अधिक मामले मुंगेर से सामने आए हैं, इसके बाद पटना और सीवान से मामले सामने आए हैं
पटना : कोरोना वायरस के मामले पूरे देश में तेजी के साथ बढ़ते जा रहे हैं, जिससे बिहार भी अछूता नहीं है। बिहार में इस घातक संक्रमण के अब तक 23 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि एक शख्स की इससे जान जा चुकी है। इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के बाहर फंसे राज्य के लोगों को मदद पहुंचाने और उनकी समस्याओं का निराकरण करने का आश्वासन दिया है।
बिहार में 1,350 नमूनों हो चुकी है जांच
बिहार में बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस के दो नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है। राज्य में कोविड-19 के जो नए मामले सामने आए हैं, उनमें से एक बेगुसराय और दूसरा नालंदा जिले का बताया जा रहा है। दोनों के कुछ दिनों पहले क्रमश: अबु धाबी और दुबई से लौटने की बात सामने आ रही है। राज्य में अब तक 1,350 नमूनों की जांच की जा चुकी है।
1 की मौत, महिला ठीक होकर घर लौटी
बिहार में 38 वर्षीय एक शख्स की मौत पिछले दिनों हो गई थी, जबकि एक महिला पूरी तरह ठीक होकर अपने घर भी लौटी है। संक्रमण का लक्षण पाए जाने के बाद महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद उनका टेस्ट पॉजिटिव आया। उनके बेटे कुछ दिनों पहले ही इटली से लौटे थे। महिला में कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद उन्हें अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया। पति और बेटे को भी क्वारंटीन किया गया।
मुंगेर में कोरोना के सबसे अधिक मामले
महिला अब पूरी तरह स्वस्थ होकर घर लौट चुकी है, जिसके बाद उन्होंने एक वीडियो जारी कर लोगों से अपील भी की कि वे ज्यादा से ज्यादा सावधानी बरतें और 'सोशल डिस्टेंसिंग' का पालन करें। बिहार में कोरोना वायरस के सबसे अधिक 8 मामले मुंगेर से सामने आए हैं। इसके बाद पटना और सीवान से 5-5 मामले सामने आए हैं। गोपालगंज, लखीसराय, गया, बेगुसराय, नालंदा जिले से एक-एक मामले सामने आए हैं।
नीतीश ने लोगों को दिया आश्वासन
इस बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को एक समीक्षा बैठक के बाद बिहार के बाहर फंसे लोगों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार हर संभव उनकी मदद करेगी। सीएम ने बिहार में बाहर से आने वालों की स्क्रीनिंग कराने, उनके भोजन व ठहरने की व्यवस्था और उन्हें आवश्यक चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने लोगों से 'सोशल डिस्टेंसिंग' और लॉकडाउन का पालन करने की अपील भी की।