कोलकाता: यूक्रेन से भारतीयों की वापसी के लिए चलाए गए ऑपरेशन गंगा की सदस्य रही 24 वर्षीय पायलट महाश्वेता चक्रवर्ती इन दिनों काफी चर्चा में रही है। उन्होंने आज मीडिया से इस ऑपरेशन से जुड़ी बातें शेयर कीं। उन्होंने कहा कि मैं मार्च के पहले सप्ताह के दौरान ऑपरेशन गंगा का हिस्सा थी। हम यूक्रेन-रूस युद्ध के दौरान यूक्रेन की सीमा से करीब 800 भारतीय छात्रों को भारत वापस लाए।
एक प्राइवेट एयरलाइन की पायलट महाश्वेता चक्रवर्ती ने कहा कि मैं भी COVID-19 के शुरुआती चरण के दौरान वंदे भारत का हिस्सा थी। हम विभिन्न देशों से ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य चिकित्सा उपकरण लाए। मैं भारत में इन दोनों मिशनों का हिस्सा बनकर बेहद खुश और सम्मानित महसूस कर रही हूं।
भारत ने युद्धग्रस्त यूक्रेन के विभिन्न शहरों से अपने नागरिकों को बाहर निकालने में मदद करने के लिये शुक्रवार को यूक्रेन, रूस और रेडक्रॉस का आभार व्यक्त किया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्विटर पर अपने पोस्ट में खास तौर पर यूक्रेन के उत्तर पूर्वी शहर सूमी से भारतीय छात्रों की निकासी का उल्लेख किया जो बेहद चुनौतीपूर्ण था। उन्होंने ऑपरेशन गंगा अभियान के तहत भारतीय नागरिकों को देश वापस लाने में अभूतपूर्व सहयोग के लिये यूक्रेन के पड़ोसी देशों रोमानिया, हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और माल्दोवा को भी धन्यवाद दिया।