सैन्य भर्ती योजना अग्निपथ के बारे में कथित रूप से फर्जी खबरें फैलाने वाले 35 व्हाट्सऐप ग्रुपों पर रविवार को सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया। कुछ दिनों पहले इस योजना की घोषणा के बाद से देश के विभिन्न हिस्सों में हुए हिंसक विरोध-प्रदर्शनों के बीच यह कदम उठाया गया है। सरकारी अधिकारियों ने कहा कि अग्निपथ योजना के बारे में कथित रूप से फर्जी खबरें फैलाने के लिए सरकार द्वारा 35 व्हाट्सऐप समूहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
हालांकि, इन ग्रुप्स के बारे में जानकारी या उनके एडमिन के खिलाफ कोई कार्रवाई शुरू की गई है या नहीं, इसकी तत्काल जानकारी नहीं मिली।
अग्निपथ योजना पर रविवार को सेना का बड़ा बयान सामने आया, कहा गया कि अग्निपथ योजना वापस नहीं ली जाएगी। रक्षा सचिव ने कहा कि दो साल से योजना पर विचार चल रहा था। एक-एक पहलू पर गंभीरता से विचार हुआ। योजना बहुत सोच समझकर लाई गई। अग्निपथ के विरोध पर सेना की तरफ से कहा गया कि कुछ लोग युवाओं को भड़का रहे है। सेना में भर्ती से पहले पुलिस जांच होगी। हिंसा में शामिल होने वालों को सेना में जगह नहीं है। प्रदर्शन में शामिल नहीं होने का प्रमाण देना होगा। अनुशासन ही सेना की बुनियाद है।
अग्निपथ योजना पर लेफ्टिनेट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि अग्निवीरों को 1 करोड़ का जीवन बीमा मिलेगा, सेवा निधि इनकम टैक्स फ्री होगा। सेना में 10वीं के बाद भर्ती होने वाले अग्निवीरों को सर्टिफिकेट मिलेगा, 12वीं के समकक्ष सर्टिफिकेट मिलेगा। CAPF में 10% आरक्षण तय है। लेफ्टिनेट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि हम सेना को युवा करना चाहते हैं। जोश और होश का तालमेल चाहिए। बाहर के देशों को स्टडी किया गया। भर्ती पर सेना ने कहा कि हमें उम्र सीमा कम करनी थी। आगे की लड़ाई तकनीक वाली होगी। आज का युवा तकनीक से लैस है।