नई दिल्ली: राजस्थान के 62 साल के एक विधायक ने 40 से अधिक सालों के बाद अपनी पढ़ाई फिर से शुरू की है। इसके लिए उन्हें उनकी 5 बेटियों ने प्रोत्साहित किया है। हाल में आई मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उदयपुर ग्रामीण से भाजपा के विधायक फूल सिंह मीणा अब बीए अंतिम वर्ष की परीक्षा दे रहे हैं। वह हाल ही में उदयपुर के कोटा ओपन यूनिवर्सिटी सेंटर में राजनीति विज्ञान के पेपर की परीक्षा देने आए थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा राजनीति की तरह महत्वपूर्ण है।
उदयपुर ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से दो बार के विधायक मीणा पहले उदयपुर नगरपालिका में वार्ड सदस्य थे। उन्होंने राजनीतिक क्षेत्र में कई परीक्षाएं उत्तीर्ण कीं, लेकिन उन्हें इस बात पर शर्मिंदगी महसूस होती थी कि उन्होंने बोर्ड परीक्षा भी नहीं दी और न ही उनके पास कोई डिग्री है। कक्षा 7 तक पढ़े विधायक ने कहा कि उन्होंने फिर से पढ़ाई शुरू की क्योंकि उन्होंने महसूस किया कि शिक्षा के महत्व के बारे में छात्रों को उनके भाषण खोखले लगते हैं क्योंकि वह स्कूल ड्रॉपआउट थे।
पिता की मौत के बाद छोड़ी पढ़ाई
फूल सिंह मीणा का कहना है कि उन्हें अपने पिता की मौत के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी, जो सेना में थे। फिर उन्होंने अपने परिवार की देखभाल के लिए खेती की। परिणामस्वरूप विधायक अपनी स्कूली शिक्षा भी पूरी नहीं कर सके। लेकिन वह अपनी सभी पांच बेटियों को शिक्षित करने के लिए दृढ़ थे। 4 अब पोस्ट-ग्रेजुएट्स हैं, जबकि एक कानून की डिग्री ले रही है।
2013 में फिर शुरू की पढ़ाई
विधायक ने कहा कि उनकी उच्च योग्य बेटियों ने उन्हें 2013 में पहली बार विधायक बनने के बाद पढ़ाई फिर से शुरू करने के लिए प्रेरित किया। मेरी बेटियों ने मुझे 2013 में दसवीं कक्षा में प्रवेश दिलाया और अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वे मुझे पढ़ाती थीं। बाद में मैंने 12वीं कक्षा की परीक्षा दी और अब मैं बीए अंतिम वर्ष की परीक्षा दे रहा हूं, और जल्द ही ग्रेजुएट होने की उम्मीद है।
मेघावी स्टूडेंट्स की करते हैं मदद
विधायक का कहना है कि वह पोस्ट ग्रेजएशन और फिर पीएचडी करने की योजना बना रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि फूल सिंह मीणा अपने निर्वाचन क्षेत्र में मेधावी छात्राओं की मदद करते हैं। वह उन्हें राजस्थान विधानसभा देखने के लिए जयपुर के लिए मुफ्त हवाई यात्रा प्रदान करते हैं और यहां तक कि उन्हें मुख्यमंत्री और राज्य के अन्य गणमान्य लोगों से मिलने के लिए ले जाया जाता है। अब तक उन्होंने 50 से अधिक ऐसी लड़कियों के लिए हवाई यात्रा की फंडिंग की है।