नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में मुरैना जिले के अंबा तहसील के बाग का पुरा इलाके में कथित तौर पर कोविड-19 वैक्सीन दिए जाने के बाद एक 16 वर्षीय लड़का बीमार पड़ गया। इसके बाद अधिकारियों को रविवार को जांच का आदेश देना पड़ा। एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि जांच से पता चलेगा कि नाबालिग को कैसे वैक्सीन दी गई, जबकि सरकार ने अभी तक नाबालिगों के लिए कोई टीकाकरण कार्यक्रम शुरू नहीं किया है।
सूत्रों ने बताया कि कमलेश कुशवाहा के बेटे पिल्लू को शनिवार को मुरैना जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर एक टीकाकरण केंद्र में वैक्सीन लगाई गई, जिसके बाद उसका सिर घूम गया और उसके मुंह से झाग निकलने लगे। अंबाह के डॉक्टरों ने उसे इलाज के लिए ग्वालियर रेफर कर दिया। पिल्लू के बीमार पड़ने के बाद उसके परिवार ने टीकाकरण केंद्र पर तमाशा खड़ा कर दिया।
मुरैना जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएम एंड एचओ) डॉ. एडी शर्मा ने कहा, 'हम जांच कर रहे हैं कि पिल्लू ग्वालियर पहुंचा या नहीं। अपुष्ट खबरों के मुताबिक वह ग्वालियर जाने के बजाय अपने घर लौट आया।' उन्होंने कहा कि आज सुबह पिल्लू के घर एक टीम भेजी गई। हम जांच कर रहे हैं कि क्या पिल्लू मिर्गी से पीड़ित था? यह पता लगाने के लिए जांच का आदेश दिया गया है कि नाबालिग लड़के को कोविड-19 वैक्सीन कैसे दी गई। पिल्लू के आधार कार्ड की जांच होगी।
पिल्लू के आधार कार्ड के मुताबिक उसकी उम्र 16 साल है और वह कोक सिंह का पुरा का रहने वाला है। लड़के के परिवार को जानने वाले लोगों ने कहा कि कार्ड पर उसकी जन्मतिथि 1 जनवरी 2005 है।