नई दिल्ली: दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के एक सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को इसकी पुष्टि की। फिजियोलॉजी (शरीर क्रिया) विभाग के इस डॉक्टर को अब अस्पताल के नये प्राइवेट वार्ड में भर्ती किया गया है और उनके संपर्क में आये सभी लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है तथा उन्हें घर में पृथक रहने की सलाह दी जा रही है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि डॉक्टर के परिवार के सदस्यों की भी स्क्रीनिंग की गई है और उनके नमूनों की जांच की जाएगी। साथ ही, संपर्क में आये लोगों का पता लगाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।हालांकि, संक्रमण के स्रोत का अब तक पता नहीं चल पाया है। वहीं, आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि डॉक्टर ने पिछले दिनों कोई विदेश यात्रा नहीं की थी।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही यहां स्थित सरकारी सफदरजंग अस्पताल के दो रेजिडेंट डॉक्टरों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। इसके अलावा, दिल्ली सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों के दो डॉक्टरों के भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी।सूत्रों के मुताबिक सफदरजंग अस्पताल में कोविड-19 मरीजों का इलाज कर रही टीम में शामिल एक डॉक्टर ड्यूटी के दौरान संक्रमित हुआ है।उन्होंने बताया कि जैवरसायन विभाग में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में तृतीय वर्ष की छात्रा, महिला रेजिडेंट डॉक्टर के भी संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने हाल ही में विदेश यात्रा की थी।
इन दोनों में कोविड-19 के लक्षण दिखे और उनकी जांच रिपोर्ट दो दिन पहले पॉजिटिव आयी है। दोनों का सफदरजंग के पृथक वार्ड में इलाज चल रहा है। सूत्रों ने बताया कि दोनों के संपर्क में आने वाले सभी डॉक्टरों और चिकित्साकर्मियों की भी जांच की गयी है। अभी तक किसी के भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सभी से उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर नजर रखने को कहा गया है। इससे पहले, सूत्रों ने बताया था कि सरदार पटेल हॉस्पिटल और दिल्ली स्टेट कैंसर हॉस्पिटल के एक-एक डॉक्टर के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।