- बिहार में रंग खेलते- खेलते भर दी मांग, और हो गए एक-दूजे के
- होली के दिन भागलपुर से सामने आया रोचक मामला
- ज्योति और राहुल के प्यार और शादी के कहानी बंटोर रही है सुर्खियां
भागलपुर: आपने फिल्म शोले का ये गाना तो सुना होगा, 'होली होली के दिन दिल खिल जाते हैं रंगों में रंग मिल जाते हैं...' इस गाने को चरितार्थ करता हुआ एक मामला सामने आया है बिहार के भागलपुर से जहां एक दूसरे के गालों पर गुलाल मलते -मलते राहुल और ज्योति हमेशा के लिए एक दूसरे के हो गए। यह मामला स्थानीय इलाके में खूब सुर्खियां बंटोर रहा है और लोग होली के दिन हुए इस वाकये की चर्चा एक दूसरे से कर रहे हैं।
बिल्कुल फिल्मी है कहानी
दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक, भागलपुर जिला अंतर्गत कहलगांव प्रखंड के बंशीपुर गांव का है जहां रहने वाले राहुल और ज्योति की कहानी एकदम फिल्मी है। खबर के अनुसार, ज्योति और राहुल के बीच करीब एक साल से बातचीत हो रही थी और इसी दौरान वह राहुल को दिल दे बैठी। इसके बाद दोनों में मिलने- जुलने का सिलसिला जारी रहा। धीरे-धीरे यह प्रेम संबंध की चर्चा पूरे गांव में होने लगी। होली के दिन ऐसा अवसर आया जब ज्योति अपनी दोस्तों के साथ राहुल के घर होली खेलने पहुंच गई। इसके बाद जो हुआ वो मिसाल बन गया।
दोनों को लगाया खूब रंग
ज्योति को अपने घर पर देख, राहुल भी खुद को रोक नहीं पाया और दोनों ने एक दूसरे को खूब अबीर गुलाल लगाया और रंगों से रंग दिया। लेकिन प्यार का रंग इतना गहरा चढ़ा को दोनों ने तुरंत एक दूसरे के साथ जीवन बिताने की ठान ली। राहुल ने सिंदूर से ज्योति की मांग भर दी और तुरंत ही यह खबर दोनों परिवारों तक पहुंच गई। दोनों सजातीय थे और इस कारण परिवार वालों को भी इस रिश्ते से कोई दिक्कत नहीं हुई और इसपर हामी भर दी।
होली के दूसरे दिन शादी
दोनों परिवारों ने आपसी सहमति से होली के दूसरे दिन शादी करने का फैसला लिया और नियत दिन पर शादी भी संपन्न हो गई। राहुल अभी 12वीं का छात्र है जबकि ज्योति स्नातक यानि बीए की छात्रा हैं। गांव के ही शिव मंदिर में बड़ी धूमधाम से दोनों की शादी संपन्न हुई और परिजनों ने दोनों को सुखी जीवन का आशीर्वाद दिया।