- दिल्ली- एनसीआर के ज्यादातर इलाकों में बारिश का पूर्वानुमान
- दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार को भारी बारिश से जलभराव की परेशानी
नई दिल्ली। मानसूनी बादल इस समय दिल्ली और एनसीआर को भिगो रहे हैं। एक तरफ लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है। लेकिन दूसरी तरफ प्रशासन की पोल पट्टी खुल रही है। साइबर सिटी की सड़कों का हाल यह है कि वहां नांव चलने लगी। लोगों की कारें घर के सामने खड़ी की खड़ी रह गईं। हर साल की तरह लोगों की एक ही शिकायत की प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है ऐसे में आज मौसम का मिजाज कैसा रहेगा इसे जानना जरूरी है। सबसे पहले नजर डालेंगे दिल्ली के मौसम पर।
दिल्ली में मध्यम से तेज बारिश के आसार
मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली में अधिकतम तापमान 28 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री रहेगा। दिल्ली के आसमां पर बादल छाए रहेंगे। इसके साथ ही कुछ इलाकों में मध्यम से तेज बारिश हो सकती है। हालांकि कुछ इलाकों में कम समय के लिए तेज बारिश भी हो सकती है। जानकारों का कहना है कि मौसम का यह मिजाज अगले कुछ दिनों तक बना रहेगा। लेकिन धीरे धीरे दिल्ली से बारिश वाले बादल अपना डंडा झंडा समेट लेंगे। उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने कहा कि दिल्ली में किराड़ी, बुराड़ी और रोहिणी समेत 16 विभिन्न क्षेत्रों में जलजमाव की स्थिति रही।
सात विभिन्न स्थानों पर पेड़ गिरे और आठ स्थानों पर इमारतों के हिस्से गिर पड़े।
गुरुग्राम में तेज बारिश के आसार
दिल्ली के अलावा गुरुग्राम के बारे में मौसम का मिजाज अधिकतम और न्यूनतम तापमना के क्रम में दिल्ली जैसा ही होगा। लेकिन गरज के साथ मध्यम से लेकर भारी बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग का कहना है कि गुरुग्राम में भारी बारिश के लिए मानसूनी बादलों के साथ साथ कुछ स्थानीय कारक भी जिम्मेदार है। गुरुग्राम की ही तरह फरीदाबाद में कुछ जगहों पर तेज बारिश हो सकती है। गुरुग्राम में सुबह से भारी बारिश हुई जिससे सड़कों पर जलजमाव हो गया और मुख्य मार्गों पर यातायात प्रभावित रहा।गुरुग्राम के उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने बताया कि कुछ घंटे में ही शहर में 130 मिमी बारिश हुई।
दिल्ली और गुरुग्राम जैसा ही मौसम नोएडा-गाजियाबाद में
दिल्ली, गुरुग्राम और फरीदाबाद की ही तरह नोएडा और गाजियाबाद के कुछ इलाकों में तेज बारिश हो सकती है। जहां तक उमस की बात है जब तक बारिश होगी उमस से आराम मिलेगा। लेकिन गर्मी बढ़ते ही उमस का सामना करना पड़ेगा। मौसम के जानकारों का कहना है कि एक तरह से अगस्त के मध्य से धीरे धीरे मानसून की विदाई होने लगती है।