नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी विधायक अमानतुल्लाह खान दिल्ली सहित कई जगहों पर कोरोनो वायरस को फैलाने में अहम रोल निभा रहे निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद के समर्थन में उतर आए हैं उन्होंने ट्वीट करके केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के खिलाफ अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया है।
गौरतलब है कि तबलीगी जमात के एक आयोजन ने देश में कोरोना संक्रमण के मामलों को बदलकर रख दिया है। जहां पहले पांच दिन में आंकड़े दोगुने हो रहे थे अब वो घटकर 4 दिन में दोगुने हो रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक भारत में लगभग 2000 कोरोना संक्रमण के जो मामले सामने आए हैं उनमें से तो 389 मामले तो तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं और रिपोर्ट आने के साथ ही ये आंकड़े दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बढते आंकड़ों के लिए मरकज में आयोजित तबलीगी में भाग लेने वाले यात्रियों को भी जिम्मेदार बताया।
विधायक अमानतुल्लाह खान ने अपने ट्वीट में भाषा की मर्यादा पार कर दी है और मौलाना साद का खुलकर समर्थन किया है और लिखा है कि इन जैसे लोगों ने कोरोना को भी मुसलमान बना दिया अफ़सोस...
मुख्तार अब्बास नकवी ने अपने इस इंटरव्यू में कहा था, 'दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के मुख्यालय मरकज में एक धार्मिक आयोजन में शामिल लोगों के जमावड़े की घटना किसी तालिबानी अपराध से कम नहीं है...
वहीं केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने तबलीगी जमात के प्रमुख मौलान साद लोगों को भड़काना का आरोप लगाया और कहा, 'मौलाना साद ने लोगों को बरगलाने की कोशिश की है...
दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित इसके मुख्यालय में हुए धार्मिक आयोजन में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया था, जिनमें से कई कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इस बीच जमात की इमारत से बाहर निकाले गए लोगों को एक क्वारंटीन सेंटर में भर्ती कराया गया है, जहां उन्होंने डॉक्टर्स और अन्य कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया और यहां तक कि उनके ऊपर थूका भी।
तबलीगी जमात के लोगों ने डॉक्टर्स के साथ करी बदसलूकी
उत्तर रेलवे के CPRO दीपक कुमार ने बताया कि तबलीगी जमात, निजामुद्दीन से 167 लोगों को मंगलवार रात 9 बजकर 40 मिनट पर 5 बसों में तुगलकाबाद क्वारंटाइन सेंटर ले जाया गया था। वहां 97 लोगों को डीजल शेड ट्रेनिंग स्कूल हॉस्टल में और बाकी 70 को RPF बैरक क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया।
ये लोग बुधवार को सुबह से ही अनियंत्रित थे और खाने पीने की अनुचित मांग कर रहे थे। उन्होंने क्वारंटाइन सेंटर के कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया। इतना नहीं वहां काम करने वाले लोगों और डॉक्टर्स पर थूकना भी शुरू कर दिया। वे हॉस्टल बिल्डिंग में जहां-तहां घूम रहे थे।'
उल्लेखनीय है कि देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच तबलीगी जमात पर संक्रमण को बढ़ाने वाले प्रमुख स्रोत के रूप में सामने आया है। इसमें शामिल हुए सैकड़ों लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है, जो देश के विभिन्न हिस्सों के रहने वाले हैं। जमात के कार्यक्रम में कई विदेशी भी शामिल हुए थे।
संक्रमित लोगों ने देश के विभिन्न हिस्सों में कई जगह यात्राएं की हैं, जिसके मद्देनजर स्थिति गंभीर होने की आशंका जताई जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय भी देश में कोरोना के मामलों में अचानक हुई वृद्धि के लिए जमात को जिम्मेदार ठहरा चुका है।