नई दिल्ली: News Ki Pathshala में Economics की Class पहले Corona और अब Ukraine Russia युद्ध से दुनिया में इकोनॉमिक चरमरा गई है। लेकिन देखिए भारत ने कैसे मोदी ने महंगाई पर स्ट्राइक की है।
महंगाई ने दुनिया के सामने बड़ा संकट ला दिया। दुनिया के बड़े देश महंगाई के सामने सरेंडर कर चुके हैं, क्योंकि महंगाई से जनता को राहत देने का मतलब है खजाने पर चोट लेकिन मोदी सरकार ने महंगाई के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है। पिछले कुछ दिनों में महंगाई को रोकने के लिए बड़े फैसले लिए गए हैं।
पहली स्ट्राइक-गेहूं का एक्सपोर्ट रोका
दूसरी स्ट्राइक-पेट्रोल-डीजल सस्ता किया
तीसरी स्ट्राइक-गैस सब्सिडी और खाद सब्सिडी
चौथी स्ट्राइक-इंपोर्टेड खाने के तेल पर कस्टम ड्यूटी हटी
पांचवीं स्ट्राइक-चीनी के एक्सपोर्ट पर रोक लगी
स्टील और प्लास्टिक इंडस्ट्री को राहत देने के लिए कुछ रॉ मैटिरियल पर इंपोर्ट ड्यूटी हटाई गई है । इसके अलावा Iron Ore के निर्यात पर एक्सपोर्ट ड्यूटी 50 % बढ़ाई गई है जिससे निर्यात कम हो और घरेलू जरूरतें पूरी हो सके।
दुनिया के ताकतवर और इकॉनमी पावर वाले देशों में भी महंगाई ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं-
अमेरिका
40 साल में सबसे ज्यादा महंगाई
अप्रैल में महंगाई दर 8.3 %
ब्रिटेन
40 साल में सबसे ज्यादा महंगाई
अप्रैल में महंगाई दर 9 %
फ्रांस
37 साल में सबसे ज्यादा महंगाई
अप्रैल में महंगाई दर 4.8 %
जर्मनी
40 साल में सबसे ज्यादा महंगाई
अप्रैल में महंगाई दर 7.4 %
कनाडा
32 साल में सबसे ज्यादा महंगाई
अप्रैल में महंगाई दर 6.8 %
भारत
8 साल में सबसे ज्यादा महंगाई
अप्रैल में महंगाई दर 7.79 %
सबसे पहले श्रीलंका की बात। श्रीलंका में महंगाई पिछले साल के मुकाबले 6 गुना बढ़ गई है। अप्रैल महीने में फूड Inflation 45.1 % तक पहुंच गया। श्रीलंका में पेट्रोल की कीमत 420 रुपये और डीजल की कीमत 400 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
पाकिस्तान में विदेशी मुद्रा भंडार खाली होकर दस अरब अमेरिकी डॉलर के स्तर पर आ गया है। इसी वजह से पाकिस्तान सरकार को लग्जरी आइटम के आयात पर प्रतिबंध लगाना पड़ा। पाकिस्तानी रुपया डॉलर के मुकाबले 200 रुपये के स्तर पर पहुंच गया है। पाकिस्तान में रिटेल महंगाई दर 13.4 % तक पहुंच गई है।
नेपाल में भी रिटेल महंगाई दर 7.28 % पर पहुंच गई है जो 5 साल में सबसे ज्यादा है। नेपाल में एक साल में विदेशी मुद्रा भंडार 18% कम हो गया । पिछले 8 महीने में नेपाल का पेट्रोलियम इंपोर्ट बिल दोगुना हो गया । डर है कहीं नेपाल की भी हालत श्रीलंका जैसी ना हो जाए ।