- त्यौहारी सीजन में मावे सहित मिठाईयों में मिलावट की जाती है
- छापे के दौरान ऐसी खेप कई बार पकड़ी जाती है
- आप मिलावट का पता घर पर भी लगा सकते हैं
नई दिल्ली: दीयों का उत्सव, दीपोत्सव, अब कुछ ही दिनों में आने वाला है। हर जगह दीपावली की तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है। लाइटनिंग के साथ दीपावली में मिठाइयों की डिमांड भी बढ़ जाती है। भारतीय त्योहार बिना मिठाई के अधूरे होते हैं, और मिठाई बनाने के लिए दूध और मिल्क प्रोडक्ट्स जरूरी होता है। अक्सर यह देखा जाता है कि जब भी कोई त्योहार आता है मार्केट में दूध और मिल्क प्रोडक्ट्स के दाम आसमान छूने लगते हैं। त्योहारों के समय दूध और मिल्क प्रोडक्ट्स में काफी मिलावट की जाती है जो हर इंसान के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। नीचे आप जान सकते हैं कैसे मिलावट को पहचाना जाता है।
- दूध या दूध से बने पदार्थों में मिलावट
- दूध में पानी की मिलावट
- दूध में यूरिया का मिलावट
- दूध में वनस्पति का मिलावट
- सिंथेटिक दूध
- पनीर में मिलावट
- खोये या मावे में मिलावट
- घी में मिलावट
अगर आप भी इस दीपावली के शुभ अवसर पर बाहर से दूध या मिल्क प्रोडक्ट्स खरीद रहे हैं तो घर आकर यह चेक जरूर करें कि कहीं इनमें मिलावट तो नहीं किया गया है। पर्व को सेलिब्रेट करने के साथ जागरूक होना भी बहुत जरूरी है, इसीलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसे आसान तरीके लाए हैं जिन्हें अपनाकर आप घर बैठे ही दूध और मिठाइयों मिलावट होने या ना होने का पता लगा सकते हैं।
दूध या दूध से बने पदार्थों में मिलावट कैसे होता है?
पनीर, खोया, घी, रबड़ी या मीठी दही दूध से बनने वाले कुछ पदार्थ हैं जिनके अंदर स्टार्च, यूरिया, वनस्पति, फॉर्मलीन, सल्फ्यूरिक एसिड, कोल टार डाई और ब्लोटिंग पेपर मिलाया जाता है। यह सभी पदार्थ आपके सेहत के लिए बेहद खतरनाक हैं।
दूध में पानी की मिलावट को ऐसे करें चेक
अगर आपको लगता है की दूध में पानी की मिलावट है तो उसको चेक करने के लिए सबसे आसान तरीका है कि आप एक चिकनी सतह को थोड़ा तिरछा कर उस पर दूध की एक बूंद डालें, अगर बूंद दूध का सफेद निसान छोड़ते हुए धीरे-धीरे नीचे आ रही है तो यह शुद्ध है। लेकिन अगर यह बिना निशान छोड़े तुरंत नीचे आ जाए तो समझ लीजिए इसमें मिलावट है।
दूध में यूरिया के मिलावट को पहचाने
एक कंटेनर में थोड़ा सा दूध ले इसके अंदर एक चम्मच अरहर का पाउडर या सोयाबीन का पाउडर अच्छे से मिलाएं और 5 मिनट तक इसे स्थिर होने के लिए छोड़ दें। इसके अंदर लिटमस पेपर डुबाएं अगर कागज का रंग नीला हो जाता है तो समझ जाइए कि दूध में यूरिया मौजूद है।
दूध में वनस्पति के मिलावट को पहचाने
3 मिलीलीटर दूध में हाइड्रोक्लोरिक एसिड की कुछ बूंदें डालें अब इसमें एक चम्मच चीनी मिला दें अगर दूध का रंग लाल हो जाता है तो इससे यह साबित होता है कि दूध में वनस्पति मिलाई गई है।
सिंथेटिक दूध
अगर आपका दूध सिंथेटिक है तो जब आप दूध को दो उंगलियों के बीच में रगड़ेंगे तब आपको साबुन जैसा एहसास होगा। दूसरा तरीका यह है कि सिंथेटिक दूध गर्म होने के बाद पीला पड़ जाता है।
शुद्ध पनीर नरम होता है इसे दबाने पर यह टूटता नहीं है। लेकिन अगर आपका पनीर मिलावटी है तो इस पर दबाव पड़ते ही छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट जाएगा।
दूसरा तरीका
पनीर को थोड़े से पानी में कुछ देर तक उबालें उसके बाद जब वह ठंडा हो जाए तब उसमें कुछ आयोडीन के घोल की बूंदे डालें अगर रंग नीला हो जाता है तो इसका मतलब यह है कि पनीर में स्टार्च मौजूद है।
खोये या मावे में मिलावट की जांच करें
पनीर की तरह खोये को भी थोड़ी देर तक पानी में उबालें फिर ठंडा होने पर उस में आयोडीन के घोल की कुछ बूंदें डालें अगर इसका रंग नीला पड़ जाता है तो इसका मतलब यह है कि खोये में स्टार्च मौजूद है।
दूसरा तरीका
शुद्ध खोआ चिकना होता है और उसका स्वाद मीठा होता है इसलिए खरीदने से पहले थोड़े से खोया को हाथों में ले कर उसे मसल कर और चख कर इसका परीक्षण करें।
घी में मिलावट की जांच करने के लिए एक छोटा चम्मच घी लें उसमें 5 मिलीलीटर एचसीएल या H2SO4 मिला दें अगर इसके बाद मिश्रण का रंग गुलाबी रंग का हो जाता है तो इसका मतलब यह है कि घी में कोयला टार डाई मिलाई गई है।
दूसरा तरीका
एक चम्मच घी में थोड़ी सी एच सी एल की मात्रा मिलाएं फिर उसमें एक चुटकी चीनी मिलाएं अगर इस मिश्रण का रंग क्रिम्सन रंग का हो जाता है तो इसका मतलब कि इसके अंदर वनस्पति या मार्जरीन मौजूद है।
तीसरा तरीका
घी के अंदर आयोडीन की कुछ बूंदे मिलाएं अगर मिश्रण का रंग गुलाबी हो जाता है तो इसका मतलब की घी के अंदर स्टार्च मौजूद है।