- लखीमपुर खीरी हिंसा केस में आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी
- सुप्रीम कोर्ट ने जमानत को खारिज किया है
- गवाहों को धमकाने का है आरोप
तिकुनिया कांड के बाद से ही सुप्रीम कोर्ट के कहने पर इस केस के गवाहों को सुरक्षा दी गई है। बावजूद इसके पिछले कुछ महीनों में इस केस के गवाहों को टारगेट किया गया है। सवाल ये है कि टारगेट कौन कर रहा है और किसके इशारे पर कर रहा है। इससे पहले 10 मार्च को इस केस के एक और गवाह दिलजोत सिंह पर हमला हुआ..इस केस में पुलिस जांच कर रही है। इसी तरह से एक दूसरे गवाह हरदीप सिंह पर भी हमला हुआ। हरदीप पर हुए हमले को लेकर पुलिस ने केस भी दर्ज किए हैं।
दिलबाग सिंह पर हमला
लखीमपुर कांड जिसमें किसानों को गाड़ियों से कुचल दिया गया था, ये वही कांड है, जिसमें देश के केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे मोनू भैया उर्फ आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी हैं। अब इस केस से जुड़े एक अहम गवाह दिलबाग सिंह पर हमला किया गया है। उनकी कार पर 3 राउंड गोली चलाई गई। ये घटना उस दौरान हुई, जब दिलबाग सिंह अपने घर जा रहे थे। एक बाइक ने पहले उनकी कार को ओवरटेक किया और फिर गोलियां चलानी शुरू कर दी।
दिलजोत सिंह
तिकुनिया कांड के गवाह
10 मार्च, 2022 को हमला
हरदीप सिंह
तिकुनिया कांड के गवाह
10 अप्रैल 2022 को हमला
कार पर की गई फायरिंग
सबसे पहले उनकी कार के टायर पर फायरिंग की गई। इसके बाद कार के दरवाजे पर भी दो राउंड गोलियां चलाई गई। अच्छी बात ये रही कि..इस हमले में दिलबाग सिंह बाल-बाल बच गए। दिलबाग सिंह अभी इस केस में अहम गवाह हैं। जिसमें देश के गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी हैं। अब इस मामले में पुलिस में शिकायत की गई है। इस हमले को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं..ऐसा इसलिए क्योंकि दिलबाग सिंह को पुलिस की सुरक्षा मिली है..लेकिन इस घटना के दौरान उनके साथ कोई भी सुरक्षाकर्मी नहीं था। अब पुलिस कह रही है कि..जल्द ही हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। दूसरी तरफ किसानों ने अब इसे लेकर एक मीटिंग बुलाई है। जिसमें लखीमपुर केस से जुड़े गवाहों पर हो रहे हमलों को लेकर चर्चा की जाएगी।