- अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी ने पकड़ा तूल, दिल्ली में लगे आपातकाल 2.0 के पोस्टर
- बीजेपी नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने महाराष्ट्र सदन के बाहर सहित दिल्ली में कई जगह लगाए पोस्टर
- बग्गा बोले- महाराष्ट्र सरकार लगातार पत्रकारों और आम लोगों का कर रही है उत्पीड़न
नई दिल्ली: रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी का मामला तूल पकड़ते जा रहा है। दो साल पुराने मामले में महाराष्ट्र पुलिस द्वारा अर्नब की गिरफ्तारी को लेकर बुधवार को राजधानी दिल्ली में बीजेपी ने एक बड़ा प्रदर्शन भी किया और अर्नब को गिरफ्तार करने को ‘लोकतंत्र को कुचलने’ और ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को रौंदने वाला कदम’बताया। इस बीच बीजेपी नेता तजिंदर पाल बग्गा ने दिल्ली स्थित महाराष्ट्र सदन और कनॉट प्लेस के बाहर आपातकाल 2.0 के पोस्टर लगा दिए है।
पोस्टर्स में उद्धव और इंदिरा गांधी की तस्वीर
इन पोस्टर्स में एक तरफ इंदिरा गांधी और दूसरी तरफ उद्धव की तस्वीर है। पोस्टर्स में बड़े-बड़े शब्दों में लिखा है, 'आपातकाल, 2.0 में आपका स्वागत है।' टाइम्स नाउ हिंदी से बात करते हुए तजिंदर पाल बग्गा ने कहा, ''हमने पूरे सीपी और महाराष्ट्र सदन के बाहर पोस्टर लगाए हैं। जिस तरह से 1975 की इमरजेंसी को लेकर हमने सुना था कि किस तरह से इंदिरा गांधी ने आपात काल लगाया था, कैसे पत्रकारों को जेल में बंद कर दिया था उसी तरह का व्यवहार उद्धव सरकार कर रही है।
महाराष्ट्र में आपातकाल जैसे हालात
पुराने मामलों का हवाला देते हुए तजिंदर बग्गा ने कहा, 'आज महाराष्ट्र में उसी तरह के हालात हैं जो आपातकाल के दौरान थे। पहले एक आर्मी ऑफिसर को फेसबुक पोस्ट के लिए पीटा गया।' समित ठक्कर की गिरफ्तारी का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, 'कई बीजेपी कार्यकर्ताओं को भी फेसबुक पोस्ट की वजह से पीटा जा रहा है और गिरफ्तार किया जा रहा है। नागपुर में जैसे ही कोर्ट ने अर्नब को कोर्ट ने बेल दी वैसे ही मुंबई पुलिस अरेस्ट करने आ गई। यह दिखाता है कि उद्धव सरकार किस तरह का व्यहार कर रही है।'
पहले भी लगा चुके हैं पोस्टर
बग्गा इस तरह के पोस्टर पहले भी दूसरे मुद्दों के लिए लगा चुके हैं। कुछ दिन पहले ही उन्होंने चीनी दूतावास के बाहर पोस्टर लगाते हुए चाइवान को राष्ट्रीय दिवस की बधाई दी थी। इन पोस्टर्स में अंग्रेजी में लिखा था, 'ताइवान हैप्पी नेशनल डे 10 अक्टूबर'। इन इन पोस्टरों के वायरल होने के बाद चीन आगबबूला हो गया था और चीनी सरकार ने अपने मुखपत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ के ज़रिए लिखा, 'नई दिल्ली में चीनी दूतावास के सामने ताइवान को राष्ट्रीय दिवस की बधाई देते हुए सैकड़ों पोस्टर लगाए गए हैं। यह आग से खेलने जैसा है। इस तरह की गतिविधियों का दोनों देशों के कूटनीतिक रिश्तों पर बुरा प्रभाव पड़ने वाला है।'