देश में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण जारी है। अभी तक 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और 45 साल से ज्यादा उम्र के उन लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है, जो किसी बीमारी से पीड़ित हैं। उससे पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना वायरस का टीका लगाया गया। लेकिन अभी ध्यान देने की जरूरत है कि टीका लगते ही लोगों को कोरोना के खिलाफ लापरवाह नहीं होना है।
सबसे पहले ध्यान देने की जरूरत है कि अभी जो वैक्सीन लगाई जा रही हैं, उसकी दो डोज लेना आवश्यक है। पहली डोज लगने के 28 दिन बाद दूसरी डोज लगाई जाती है। ऐसे में ये ध्यान रखना होगा कि पहली डोज लगते ही आपके शरीर में कोरोना के खिलाफ लड़ने की क्षमता विकसित नहीं हो जाएगी।
टीका लगने के बाद भी बरतें सावधानी
अगर लापरवाही बरती गई तो वैक्सीन लगने के बाद भी आप कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। दरअसल, जब वैक्सीन लगती है तो दूसरी डोज के 15 दिन बाद वायरस से लड़ने की क्षमता बनती है। ऐसे में वैक्सीन लगने के बाद भी कई दिनों तक पूरी तरह सावधानी बरतना जरूरी है। हालांकि 'आकाशवाणी समाचार' के अनुसार, डॉ. हेमंत देशमुख का कहना है कि वैक्सीन लगने के बाद कोई संक्रमित हुआ है तो वह वायरस से गंभीर प्रभावित नहीं होगा। शरीर के अंदर उस वायरस से लड़ने के लिए एंटीबॉडी जल्दी बनने लगती है और व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार नहीं होता। इसलिए सभी को इस बात का ध्यान रखना है कि मास्क लगाने, हाथ साफ करने और सुरक्षित दूरी का हमेशा पालन करना है।
3 करोड़ को लगा टीका
भारत में विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान जारी है। देश में 3 करोड़ के करीब समग्र टीकाकरण किया गया है। 14 मार्च के आंकड़ों के अनुसार, इसमें 73,47,895 एचसीडब्ल्यू (पहली डोज), 42,95,201 एचसीडब्ल्यू (दूसरी डोज), 73,32,641 एफएलडब्ल्यू (पहली डोज) और 11,35,573 एफएलडब्ल्यू (दूसरी डोज), 45 वर्ष से अधिक आयु के अन्य रोगों से ग्रस्त 14,40,092 लाभार्थी (पहली डोज) और 60 वर्ष से अधिक आयु वाले 81,87,007 लाभार्थियों को दी गई डोज शामिल हैं।