- आज दिल्ली दौरे पर आ रहे हैं रवि राणा और नवनीत राणा
- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को नवनीत राणा ने दिया है खुला चैलेंज
- दम है तो चुनावी मैदान में आइए हो जाए वोट युद्ध: उद्धव ठाकरे
हनुमान चालीसा विवाद के बाद जमानत मिलने के बाद आज राणा दंपति दिल्ली आ रहे हैं। दिल्ली में आज सांसद नवनीत राणा गृहमंत्रालय से महाराष्ट्र पुलिस की शिकायत करेंगी। दूसरी तरफ महाराष्ट्र पुलिस आज नवनीत राणा के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर करेगी। पुलिस नवनीत राणा की जमानत रद्द करने की मांग करेगी। पुलिस का आरोप है कि नवनीत राणा ने जमानत नियमों का उल्लंघन किया है। कोर्ट ने उन्हें कुछ शर्तों पर जमानत दी थी जिसमें मीाडिया से बात न करने की शर्त भी शामिल है
क्या कहा राणा ने
इससे पहले कल नवनीत राणा ने अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद नवनीत राणा ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर जोरदार हमला किया। नवनीत ने सीएम को चुनौती दी वो आए और उनके सामने चुनाव जीतकर दिखाएं। मीडिया से बात करते हुए नवनीत राणा ने कहा, 'उद्धव ठाकरे जी को भी बोलना चाहूंगी...
इतना अत्याचार...तुम्हारे पास पावर है, दुरुपयोग तुमने किया है। तुम्हें मैं चैलेज करती हूं कि लोगों के बीच में आकर चुनाव लड़कर और चुनकर दिखाइए। महाराष्ट्र में कोई भी जिला आप चुनिए और लोगों की सेवा करके चुनकर आना किसे कहते वो कीजिए। और आपके विरोध में मैं खड़ी होंगी। चुनकर आपको दिखाना है। महिला की ताकत के सामने और ईमानदारी के सामने कौन चुनकर आ सकता है...अगर दम है।'
ठाकरे से दो- दो हाथ करने की तैयारी
सांसद नवनीत राणा के एक-एक शब्द उनके महाराष्ट्र के न्यू फायर ब्रांड नेता होने का सबूत है। दिलचस्प ये है वो उतने ही फायरब्रांड स्टाइल के लिए
विख्तात शिवसेना और उसके चीफ उद्धव ठाकरे से सीधे दो-दो हाथ करने के मूड में हैं। वो कह रही हैं। ठाकरे सरकार महिला की आवाज को दबा नहीं सकती। सांसद नवनीत राणा सियासी चोट से बेचैन हैं और भावनात्क कार्ड के साथ-साथ सधी हुई राजनीतिक चाल भी चल रही हैं। वो ये साबित करना चाहती हैं कि सीएम ने राजनीतिक विरोध को दबाने के लिए सत्ता का दुरुपयोग किया और उन्हें हनुमान चालीसा पढ़ने की जिद की वजह से सजा नहीं मिली बल्कि मुख्यमंत्री से सीधे भिड़ने की सजा दी गई है। जाहिर है अब वो उद्धव ठाकरे की सबसे कमजोर सियासी नब्ज को दबा रहीं हैं।
लेकिन उससे पहले नवनीत राणा को कानूनी दिक्कत का सामना जरूर करना पड़ सकता है क्योंकि कोर्ट ने उन्हें केस पर बयान देने से मना किया था।सूत्रों के मुताबिक अब सरकारी पक्ष नवनीत के खिलाप कंटेम्ट ऑफ कोर्ट का मामला चलाने की तैयारी कर रही है।