- पीएम ने कहा कि 100 साल की सबसे बड़ी महामारी से भारत की लड़ाई अब तीसरे वर्ष में प्रवेश कर चुकी है।
- पीएम ने कहा कि हमें सतर्क रहना है, सावधान रहना है।
- पीएम ने कहा कि भारत में बनी वैक्सीन्स तो दुनिया भर में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर रही हैं।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को देश में कोविड स्थिति पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की और ओमक्रॉन उछाल के बीच कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण पर जोर दिया। उन्होंने महामारी के दौरान केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए राज्यों की सराहना की।
पीएम ने कहा कि 100 साल की सबसे बड़ी महामारी से भारत की लड़ाई अब तीसरे वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। परिश्रम हमारा एकमात्र पथ है और विजय एकमात्र विकल्प। हम 130 करोड़ भारत के लोग, अपने प्रयासों से कोरोना से जीतकर अवश्य निकलेंगे। ऑमिक्रोन को लेकर पहले जो संशय की स्थिति थी, वो अब धीरे-धीरे साफ हो रही है। पहले जो वैरिएंट थे, उनकी अपेक्षा में कई गुना अधिक तेजी से ऑमिक्रोन वेरिएंट सामान्य जन को संक्रमित कर रहा है।
पीएम ने कहा कि हमें सतर्क रहना है, सावधान रहना है लेकिन पैनिक की स्थिति ना आए, इसका भी ध्यान रखना है। हमें ये देखना होगा कि त्योहारों के इस मौसम में लोगों की और प्रशासन की एलर्टनेस कहीं से भी कम नहीं पड़े। पहले केंद्र और राज्य सरकारों ने जिस तरह pre-emptive, pro-active और collective approach अपनाई है, वही इस समय भी जीत का मंत्र है। कोरोना संक्रमण को हम जितना सीमित रख पाएंगे, परेशानी उतनी ही कम होंगी।
पीएम ने कहा कि भारत में बनी वैक्सीन्स तो दुनिया भर में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर रही हैं। ये हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है कि आज भारत, लगभग 92 प्रतिशत वयस्क जनसंख्या को पहली डोज दे चुका है। देश में दूसरी डोज की कवरेज भी 70 प्रतिशत के आसपास पहुंच चुकी है। 10 दिन के भीतर ही भारत अपने लगभग 3 करोड़ किशोरों का भी टीकाकरण कर चुका है। ये भारत के सामर्थ्य को दिखाता है, इस चुनौती से निपटने की हमारी तैयारी को दिखाता है।
पीएम ने कहा कि Frontline workers और सीनियर सिटिजन्स को precaution dose जितनी जल्दी लगेगी, उतना ही हमारे हेल्थकेयर सिस्टम का सामर्थ्य बढ़ेगा। शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए हर घर दस्तक अभियान को हमें और तेज करना है। सामान्य लोगों की आजीविका, आर्थिक गतिविधियों को कम से कम नुकसान हो, अर्थव्यवस्था की गति बनी रहे, कोई भी रणनीति बनाते समय इसका ध्यान रखना बहुत आवश्यक है। इसलिए लोकल containment पर ज्यादा फोकस करना बेहतर होगा।
भारत में बनी वैक्सीन्स तो दुनिया भर में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर रही हैं। ये हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है कि आज भारत, लगभग 92% वयस्क जनसंख्या को पहली डोज दे चुका है। देश में दूसरी डोज की कवरेज भी 70% के आसपास पहुंच चुकी है।