- मिदनापुर का कालूखरा गांव चर्चा में
- रेप का आरोपी टीएमसी कार्यकर्ता गिरफ्तार लेकिन एक आरोपी अब भी फरार
- बीजेपी ने की सीबीआई जांच की मांग
मिदनापुर जिले के पिंगला थाना क्षेत्र के कालूखरा गांव में एक दिव्यांग महिला से कथित तौर पर छेड़छाड़, प्रताड़ित करने और बलात्कार के प्रयास के आरोप में तृणमूल पंचायत के एक सदस्य को गिरफ्तार किया गया है। सोमवार को वह अपनी बड़ी बहन के घर कालूखरा गांव गई थी रात में जब वह तालाब में बर्तन धोने गई तो आरोपी पंचायत सदस्य अविजीत मंडल ने उसे वहां से अगवा कर लिया। मंगलवार को पीड़िता की मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जांच की गई और उसके परिवार ने ईमेल के जरिए शिकायत दर्ज कराई।
मिदनापुर कोर्ट में पेश हुआ आरोपी
13 अप्रैल को आरोपी अविजीत मंडल को मिदनापुर कोर्ट में पेश किया गया और 3 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। एपीपी सैयद नजीम हबीब ने कहा कि प्राथमिकी में दो नाम हैं लेकिन केवल एक गिरफ्तार है। जल संसाधन जांच और विकास और उपभोक्ता मामले विभाग के मंत्री मानस रंजन भुनिया ने कहा, "बलात्कार, महिलाओं पर अत्याचार एक जघन्य अपराध है। यदि आप राजनीतिकरण करते हैं कि कौन तृणमूल से है या कौन दूसरी पार्टी से है, तो यह एक मुश्किल मामला है।
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बीजेपी ने की सीबीआई जांच की मांग
मानस रंजन भूनिया ने कगा कि बलात्कार गलत है। जो आरोपी है उसे गिरफ्तार किया जाएगा, उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी। वह जो भी है या जिस भी पार्टी का है।"भाजपा घाटल संगठन के जिला अध्यक्ष तन्मय दास ने कहा, "पुलिस तृणमूल के लिए काम कर रही है और वे वही कर रहे हैं जो तृणमूल चाहती है। हम सीबीआई के लिए उच्च न्यायालय जा रहे हैं। बीजेपी नेताओं का कहना है कि जिस राज्य की महिला सीएम ही महिलाओं को लेकर संवेदनशील ना हों तो आप क्या उम्मीद कर सकते हैं। पश्चिम बंगाल में इस समय अगर अदालत हस्तक्षेप ना करे तो टीएमसी के कार्यकर्ता किसी भी शख्स का जीना मुहाल कर देंगे।