- अग्निपथ स्कीम में पहले साल 40 हजार भर्ती
- 6 महीने की ट्रेनिंग, 3.5 साल की नौकरी
- 25 फीसद सेना के स्थाई हिस्स होंगे, शेष दूसरी नौकरी के लिए स्वतंत्र
अग्निपथ स्कीम को सेना के लिए क्रांतिकारी कदम बताया जा रहा है। सेना का कहना है कि इसके जरिए तकनीकी तौर पर दक्ष युवा मिलेंगे और भारतीय फौज और अधिक जवान होगी। हालांकि इस योजना का बिहार में छात्र विरोध कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि अगर एक विधायक को पांच साल का मौका मिलता है तो उन्हें चार साल का मौका क्यों दिया जा रहा है। इस संबंध में वाइस चीफ आर्मी स्टॉफ ने कहा कि अग्निपथ का सबसे बड़ा प्रभाव यह होगा कि भारतीय फौज और अधिक युवा हो जाएगी। इस सेग्मेंट की सबसे बड़ी खूबसरती यही है कि इसे धीमी रफ्तार के साथ अमल में लाया जाएगा। पहले साल हम 40 हजार भर्तियां करेंगे।
पूरे देश से पहले साल 40 हजार भर्ती
सभी 40 हजार भर्तियां पूरे देश से की जाएंगी। इसमें 6 महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी और साढ़े तीन साल की नौकरी होगी। चार साल की समाप्ति के बाद फौज 25 फीसद अग्निवीरों को अपने साथ रखेगी जिनका नजरिया और चाह सेना के अनुकूल रहेगा और 75 फीसद लोग किसी और नौकरी के लिए स्वतंत्र होंगे। इस स्कीम से भविष्य में होने वाली लड़ाइयों के लिए हम तैयार रहेंगे।
'मध्य प्रदेश पुलिस में देंगे मौका'
मध्यदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि भारतीय सेना में अल्पकालिक अनुबंध के आधार पर अग्निपथ योजना के तहत भर्ती किए गए सैनिकों को मध्यप्रदेश पुलिस की भर्ती में वरीयता दी जाएगी।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को थल सेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ नामक योजना की घोषणा की, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी।चौहान ने इस योजना का स्वागत करते हुए कहा, ‘‘ ऐसे जवान जो अग्निपथ योजना में सेवाएं दे चुके होंगे, उन्हें मध्यप्रदेश पुलिस की भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अग्निपथ योजना युवाओं को सेना से जोड़ेगी और 45 हजार नौकरियां पैदा करेगी।उन्होंने कहा, ‘‘ इस योजना को शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हृदय से धन्यवाद देता हूँ। भारतीय सेना देश का गौरव है और देशवासियों का अभिमान है। भारतीय सेना के जवान हमारे हीरो हैं, रोल मॉडल हैं। युवाओं को भारतीय सेना से जोड़ने, देश की सीमाओं की सुरक्षा करने और भारत माता की एकता और अखण्डता की रक्षा करने के लिए अग्निपथ योजना प्रारंभ की गई है।