- गुजरात में राज्यसभा की चार सीटों पर 19 जून को होगा मतदान
- विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस के लिए दूसरी सीट जीतना मुश्किल
- गत मार्च में भी कांग्रेस को झटका लग चुका है, 5 विधायकों ने दिया इस्तीफा
नई दिल्ली : गुजरात में राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी होती जा रही हैं। दो विधायकों के इस्तीफे के बाद संकट का सामना कर रही कांग्रेस के लिए आगे की राह और कठिन हो गई है। मोरबी से कांग्रेस विधायक बृजेश मेरजा ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। गुजरात विधानसभा के स्पीकर राजेंद्र त्रिवेदी ने विधायक का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। गुजरात में राज्यसभा की सीट के लिए आगामी 19 जून को चुनाव होना है। गुजरात विधानसभा के स्पीकर राजेंद्र त्रिवेदी ने शुक्रवार को बताया कि कांग्रेस के एक और विधायक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मोरबी से कांग्रेस विधायक बृजेश मेरजा का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है।
इस्तीफा देने वाले हैं तीसरे विधायक
राज्य में पिछले तीन दिनों में कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले बृजेश तीसरे विधायक हैं। बृजेश ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी त्यागपत्र दे दिया है। कांग्रेस के तीन विधायकों के इस्तीफे के बाद राज्य में 19 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस में कड़ी टक्कर होने की उम्मीद जताई जा रही है। गुरुवार को करजन से विधायक अक्षय पटेल और कपरादा से विधायक जीतू चौधरी ने इस्तीफा दिया। इस दिन तीसरे विधायक के कांग्रेस छोड़ने की अटकल भी तेज हो गई थी।
विधायकों को पाला बदलने से रोक नहीं पाई कांग्रेस
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, 'दो विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। तीसरे के बारे में हम पुष्टि करने की कोशिश में है। इसकी उम्मीद की जा रही थी। यह गुजरात है। भाजपा जब अन्य राज्यों में इस तरह का राजनीतिक खेल कर सकती है तो गुजरात तो उनका गृह राज्य है।' कांग्रेस को पार्टी में तोड़-फोड़ का अंदेशा पहले चुका था लेकिन अपने प्रयासों के बाद भी वह विधायकों को पाला बदलने से रोक नहीं पाई।
गुजरात में 4 सीटों पर है चुनाव
गुजरात में कांग्रेस को गत मार्च में भी झटका लगा चुका है। इस समय उसके पांच विधायकों ने इस्तीफा दे दिया। इन विधायकों के इस्तीफे के बाद राज्य में कांग्रेस की संख्या घटकर 68 हो गई। वहीं भाजपा के पास 103 विधायक हैं। इन संख्या बल से वह दो सीटें जीतने में कामयाब हो जाएगी। जबकि तीन और विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस को अपने लिए दूसरी सीट जीतना आसान नहीं रह जाएगा। भाजपा ने यहां से अपने तीसरे उम्मीदवार नरहरी अमीन को उतारा है। अमीन कांग्रेस के पूर्व नेता हैं।