नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जामिया के छात्र सड़कों पर हैं। वो जामिया नगर इलाके में मार्च निकाल रहे थे। लेकिन पुलिस से उनकी झड़प हो गई। इन सबके बीच एआईएमआईएम नेता वारिस पठान का कहना है कि दिल्ली पुलिस किसी खास तरह के स्प्रे का इस्तेमाल कर रही है जिसकी वजह से छात्रों असहज महसूस करने के साथ उलटियां हो रही हैं।
वारिस पठान का कहना है कि ज्यादातर छात्रों ने पेट दर्द की भी शिकायत की है। वो कहते हैं कि आखिर ये सब क्या हो रहा है। जो छात्र लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रख रहे हैं कि उनके साथ पुलिस अमानवीय तरीके से पेश आ रही है। वारिस पठान के इस ट्वीट के बाद अलग अलग तरह की प्रतिक्रिया भी आई है। सोशल मीडिया पर सक्रिय जीनत वानी का कहना है कि आखिर ये सब किसके इशारे पर हो रहा है। एक बात साफ है कि अब जम्हुरियत की आवाज नहीं सूनी जा रही है।
जामिया विश्वविद्यालय के छात्र नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सोमवार को जामिया नगर इलाके में रैली निकाल रहे थे। लेकिन दिल्ली पुलिस ने परमिशन न होने का हवाला देकर मोर्चे को रोक दिया जिसके बाद प्रदर्शनकारी पुलिस बैरिकेड पर चढ़ गए और हम नहीं दिखलाएंगे कागज के साथ साथ नहीं डरे जब गोरों से तो क्यूं डरें हम औरों की नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि वो शांतिपूर्ण अंदाज में रैली निकाल रहे हैं। लेकिन पुलिस की तरफ से अनावश्यक दखलंदाजी की जा रही है।