- हाशिमारा एयरबेस पर तैनात होगी राफेल विमानों के दूसरे स्क्वाड्रन की तैनाती
- एक स्क्वाड्रन में कुल 18 विमान होते हैं
- भारत, चीन और भूटान ट्राइ जंक्शन के करीब है हाशिमारा एयरबेस
नयी दिल्ली। भारतीय वायुसेना अप्रैल के मध्य में राफेल लड़ाकू विमान के दूसरे स्क्वॉड्रन (दस्ते) की तैनाती के लिये तैयार है और यह स्क्वॉड्रन पश्चिम बंगाल के हाशिमारा वायु सेना अड्डे पर मुस्तैद रहेगा। आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।राफेल विमानों का पहला स्क्वॉड्रन हरियाणा के अंबाला वायुसेना स्टेशन पर तैनात है।
पहले स्क्वॉड्रन के कमांडिग अधिकारी का तबादला शिलांग
बताया जा रहा है कि कि राफेल के पहले स्क्वॉड्रन के कमांडिग अधिकारी का तबादला शिलांग स्थित पूर्वी एयर कमांड के मुख्यालय में कर दिया गया है।ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह का स्थान ग्रुप कैप्टन रोहित कटारिया लेंगे।सूत्रों ने बताया कि ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह अपनी नई तैनाती के दौरान राफेल के दूसरे स्क्वॉड्रन की तैनाती का कामकाज संभाल सकते हैं।
संपर्क करने पर वायु सेना के एक अधिकारी ने ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह के तबादले को सामान्य तबादला करार दिया।राफेल विमानों की पहली खेप पिछले साल 29 जुलाई को फ्रांस से भारत आई थी। भारत ने फ्रांस से 59 हजार करोड़ रुपये में 36 लड़ाकू विमान खरीदने के लिये साल 2015 में अंतर-सरकारी करार पर हस्ताक्षर किये थे।पिछले साल 10 सितंबर को अंबाला में हुए एक कार्यक्रम में राफेल लड़ाकू विमानों को औपचारिक रूप से वायुसेना के बेड़े में शामिल कर लिया गया था।
एक स्क्वॉड्रन में कुल 18 विमान
तीन विमानों की दूसरी खेप तीन नवंबर को भारत आई थी जबकि तीन और विमानों की तीसरी खेप 27 जनवरी को यहां पहुंची।सूत्रों ने कहा कि राफेल विमान के दूसरे स्क्वॉड्रन को इस साल अप्रैल के मध्य में हाशिमारा में अगले मुख्य संचालन अड्डे पर मुस्तैद किया जाएगा। भारत को अगले कुछ महीनों में फ्रांस से और विमान मिलने की उम्मीद हैं।एक स्क्वॉड्रन में लगभग 18 विमान होते हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)