वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को काशी विश्वनाथ धाम के पहले चरण का उद्घाटन किया। उन्होंने सबसे पहले काल भैरव मंदिर में पूजा अर्चना की और गंगा नदी में डुबकी लगाई। वह वहां से पवित्र गंगाजल लेकर भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर आए। काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन से पहले मोदी ने एक प्रार्थना समारोह में हिस्सा लिया। इसके बाद उन्होंने इस परियोजना में कार्य करने वाले मजदूरों पर उनके कार्य के लिए आभार व्यक्त करने के लिए गुलाब की पंखुड़िया बरसाई, उनके साथ खाना खाया। वह समूह तस्वीर के लिए उनके साथ बैठे। काशी दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अखिलेश यादव का विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि आखिरी समय पर बनारस में ही रहा जाता है।
अखिलेश यादव ने कहा कि वाराणसी में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं और वहां एक महीने का कार्यक्रम रखा जा रहा है, तब उन्होंने कहा कि बहुत अच्छी बात है। एक महीना नहीं, दो महीने, तीन महीने रहें, अच्छी बात है। वह जगह रहने वाली है। आखिरी समय पर बनारस में ही रहा जाता है। हिंदू धर्म में जीवन के अंतिम दिनों में काशी में रहने को काफी महत्व दिया जाता है।
अखिलेश ने बीजेपी पर भगवान के मामले में भी झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए सोमवार को दोहराया कि वह तमाम ऐसी परियोजनाओं का श्रेय ले रही है जिन्हें पिछली सपा सरकार ने शुरू कराया था। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता झूठ बोलते हैं। वे हमारे और आपके सामने तो झूठ बोल लें, लेकिन जब बात भगवान से जुड़ी हो तो झूठ नहीं बोलना चाहिए। प्रदेश में बीजेपी जिन परियोजनाओं का उद्घाटन कर रही है वह हमारी ही सरकार की हैं। या तो हमारी सरकार ने उन्हें स्वीकृत किया था या उनका प्रस्ताव किया था।
काशी विश्वनाथ धाम परियोजना करीब 5 लाख वर्ग फीट में फैली हुई है और गंगा नदी को काशी विश्वनाथ मंदिर से जोड़ती है और इसके अलावा श्रद्धालुओं के लिए कई सुविधाओं का विकास किया गया है। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और देशभर से आए साधु संत भी मौजूद थे।