- कोविड-19 के लिए एलोपैथिक दवाएं लेने से लाखों लोग की मौत हो गई: रामदेव
- आईएमए ने रामदेव के खिलाफ पुलिस में दी शिकायत
- IMA ने रामदेव से 15 दिनों के भीतर माफी मांगने को कहा है
नई दिल्ली: एलोपैथी और एलोपैथिक डॉक्टरों के बारे में अपनी विवादास्पद टिप्पणी को लेकर हंगामे के बीच योग गुरु रामदेव ने अभिनेता आमिर खान द्वारा होस्ट किए गए टेलीविजन शो 'सत्यमेव जयते' का एक पुराना वीडियो शेयर किया है, जिसमें डॉ. समित शर्मा नाम के गेस्ट को बाजारों में उपलब्ध दवाओं की उच्च कीमतों के बारे में चर्चा करते देखा जा सकता है।
2012 में प्रसारित एक एपिसोड की क्लिप को ट्विटर पर शेयर करते हुए रामदेव ने लिखा है, 'इन मेडिकल माफियाओं में हिम्म्त है तो आमिर खान के खिलाफ मोर्चा खोलें।'
शो में शामिल हुए डॉ. शर्मा कहते हैं, 'दवाओं की मूल कीमत काफी कम है। लेकिन जब हम उन्हें बाजार से खरीदते हैं, तो हम उन दवाओं के लिए 10-50% अतिरिक्त भुगतान करते हैं। इन्हें ऊंचे दामों पर बेचा जाता है। भारत में 40 करोड़ से अधिक लोग अपने लिए दिन में दो बार भोजन भी नहीं कर पाते हैं। क्या वे अधिक कीमत वाली दवाएं खरीद सकते हैं? इस बीच, आमिर खान चौंकते हुए पूछते हैं, 'कई लोग इस कारण (उच्च कीमत) दवाएं खरीदने में विफल रहते हैं?'
शर्मा ने सिर हिलाया और कहा, 'हां, डब्ल्यूएचओ का कहना है कि आजादी के 65 साल बाद भी 65 फीसदी भारतीय आबादी के पास उच्च कीमतों के कारण आवश्यक दवाओं तक नियमित पहुंच नहीं है।' उदाहरण के साथ समझाते हुए उन्होंने कहा, 'ब्लड कैंसर की दवा के एक पैकेट की कीमत आमतौर पर 1.25 लाख रुपए होती है। वही जेनेरिक दवाएं लगभग 10,000 रुपए में खरीदी जा सकती हैं।'
खेद जताया, नहीं थमा विवाद
रामदेव और देशभर के डॉक्टरों के बीच वाकयुद्ध पिछले कुछ दिनों से चल रहा है। दरअसल, योग गुरु को एलोपैथी के खिलाफ बोलते हुए सुना गया था और एक वायरल वीडियो क्लिप में यह कहते हुए सुना गया था कि लाखों लोग कोविड 19 में एलोपैथिक दवा लेने से मर चुके हैं। उनके इस बयान पर काफी बवाल हुआ। बाद में उन्होंने इस पर खेद जताया, लेकिन विवाद थमा नहीं है।
रामदेव से की माफी की मांग
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने योग गुरु रामदेव के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए एलोपैथी पर उनके भ्रामक एवं गलत बयानी को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की। आईएमए ने इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की थी कि टीकाकरण पर कथित गलत जानकारी फैलाने और कोविड-19 के इलाज के लिए सरकारी प्रोटोकॉल को चुनौती देने के लिए योग गुरु रामदेव के खिलाफ राजद्रोह के आरोपों के तहत तुरंत मामला दर्ज किया जाए। आधुनिक चिकित्सकों के शीर्ष निकाय आईएमए ने रामदेव को एलोपैथी और एलोपैथी चिकित्सकों के खिलाफ उनकी कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए मानहानि का नोटिस भी दिया है, जिसमें उनसे 15 दिनों के भीतर माफी मांगने की मांग की गई है। आईएमए ने अपने नोटिस में कहा है कि यदि रामदेव ने ऐसा नहीं किया जो तो वह योग गुरु से 1,000 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति की मांग करेंगे।