नयी दिल्ली: राज्यसभा सदस्य अमर सिंह के पार्थिव शरीर को रविवार शाम सिंगापुर से दिल्ली लाया गया। परिवार के करीबी सूत्रों ने इसकी जानकारी दी। गौरतलब है कि 64 साल के सिंह का शनिवार को सिंगापुर के एक अस्पताल में निधन हो गया था। उनका किडनी से जुड़ी बीमारियों का इलाज चल रहा था।सूत्रों ने बताया कि एक चार्टर्ड विमान से उनके पार्थिव शरीर को दिल्ली लाया गया। इस दौरान उनकी पत्नी पंकजा भी साथ थीं।
सिंह का अंतिम संस्कार सोमवार सुबह छत्तरपुर श्मशान घाट में होगा।सूत्रों ने बताया कि कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण सिंह के अंतिम संस्कार में बहुत कम संख्या में लोग पहुंचेंगे। समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता का 2011 में किडनी प्रतिरोपण हुआ था और वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे।
गौरतलब है कि राज्यसभा सांसद और समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता अमर सिंह काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे और सिंगापुर में उनका इलाज चल रहा था। किडनी की समस्या सहित अन्य समस्याओं से जूझ रहे अमर सिंह को राजनीति का पुरोधा भी कहा जाता था। कुछ समय पहले ही अमर सिंह का किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था। पिछले काफी समय से बीमार होने की वजह से अमर सिंह ने सामाजिक औऱ राजनीतिक जीवन से दूरी बना ली थी।
अमर सिंह के निधन पर तमाम नेताओं ने दुख जताया है
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के रहने वाले अमर सिंह को राजनीति का मंझा हुआ खिलाड़ी माना जाता था। अमर सिंह के सभी दलों में अच्छे संबंध थे। राजनीति के आखिरी दिनों में अमर सिंह को काफी बेरूखी का सामना करना पड़ा था और पिछले 6 महीने से उनका इलाज चल रहा था।
एक समय अमर सिंह की गिनती समाजवादी पार्टी के सबसे अहम चेहरों के रूप में होती थी और सपा में मुलायम सिंह के बाद उनका सबसे अधिक बोलबाला था। इसी साल फरवरी में उन्होंने अमिताभ बच्चन से माफी भी मांगी थी। 1996 में राज्यसभा सदस्य के चुने जाने के साथ अमर सिंह की राजनीति में एंट्री हुई थी। अमर सिंह और अमिताभ बच्चन का करीबी रिश्ता रहा था।