- कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच फिर सामने आई तल्खी
- सिद्धू पर निशाना साधते हुए कहा कि पटियाला सीट पर उनकी जमानत जब्त हो जाएगी
- पंजाब में अगले साल होंगे विधानसभा चुनाव, मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं सिद्धू
चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की आपसी रार पुरानी है। समय-समय पर दोनों नेताओं के बीच गतिरोध सामने आता रहा है। अब एक बार फिर कैप्टन ने सिद्धू पर हमला बोला है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को सिद्धू को पटियाला सीट से चुनाव लड़ने की चुनौती दी। इस सीट से कैप्टन लगातार चार बार चुने गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सीट से सिद्धू यदि चुनाव लड़ते हैं तो उनकी जमानत जब्त हो जाएगी।
तो सिद्धू की जमानत जब्त हो जाएगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पटियाला सीट से सिद्धू यदि चुनाव लड़ते हैं तो उनका भी वही हश्र होगा जो भाजपा के जनरल (रिटायर्ड) जेजे सिंह का हुआ था। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर जेजे सिंह को करीब 60 हजार वोट मिले थे। इस सीट पर उनकी जमानत जब्त हो गई थी। कैप्टन ने आगे कहा, 'मुझे नहीं पता है कि वह अब कहां जाएंगे और कौन सी पार्टी में शामिल होंगे। अकाली दल उनसे नाराज है और भाजपा उन्हें स्वीकार नहीं करेगी....तो वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं।'
पंजाब में अगले साल होगा विस चुनाव
एक न्यूज चैनल के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, 'सिद्धू यदि मेरे खिलाफ पटियाला से चुनाव लड़ना चाहते हैं तो उनका भी वही हाल होगा जो जनरल जेजे सिंह का हुथा। उन्होंने अपनी जमानत खो दी थी।' पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होगा। मुख्यमंत्री की ओर से निशाना साधे जाने के बाद सिद्धू भी चुप नहीं रहे। उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए कैप्टन पर हमला बोला। सिद्धू ने कहा, 'पंजाब की अंतरात्मा को भटकाने के प्रयास सफल नहीं होंगे...मेरी आत्मा पंजाब है और पंजाब की आत्मा गुरु ग्रंथ साहिब जी है...हमारी लड़ाई न्याय और दोषियों को सजा देने के लिए है...विधानसभा की कोई सीट मायने नहीं रखती।'
जुलाई 2019 में सिद्धू ने मंत्री पद से दिया इस्तीफा
सिद्धू ने कैप्टन की कैबिनेट से जुलाई 2019 में इस्तीफा दे दिया। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद कैप्टन और सिद्धू के बीच तल्खी काफी बढ़ गई। इसके बाद से दोनों नेताओं के बीच समय-समय पर जुबानी जंग होती आई है। सिद्धू सीएम कैप्टन पर शिअद के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाते हैं। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के समय सिद्धू का रुख क्या रहता है, इस पर सभी लोगों की नजर है। बीच-बीच में उनके आम आदमी पार्टी में शामिल होने की अटकलें भी लगती रही हैं।