- पवित्र गुफा के पास शाम को आई आसमानी आफत, 13 की मौत
- हादसे में 25 टेंट और तीन सामुदायिक रसोई घर भी हो गए नष्ट
- PM नरेंद्र मोदी और HM अमित शाह ने इस घटना पर जताया दुख
Amarnath Cloudburst: दक्षिणी कश्मीर में पवित्र अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार (आठ जुलाई, 2022) की शाम बादल फटने से कम से कम 13 लोगों की जान चली गई। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, 25 टेंट और तीन सामुदायिक रसोईघर भी नष्ट हो गए। हालांकि, राहत-बचाव कार्य के दौरान तीन लोगों को बचा लिया गया। वैसे, इस दौरान कई लोग लापता और जख्मी हो गए। ऐसे ही लोगों और उनके परिजन के लिए कुछ हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं।
कॉल कर इन नंबर पर पाएं मदद
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सीईओ की ओर से पांच नंबर जारी किए गए। इनमें एनडीआरएफ की हेल्पलाइन- 011-23438252 और 011-23438253। कश्मीर डिविजनल हेल्पलाइन- 0194-2496240 व श्राइन बोर्ड हेल्पलाइन- 0194-231314 शामिल है। यही नहीं, दो टोल फ्री नंबर भी जारी किए गए हैं, जो कि इस प्रकार हैं: जम्मू- 18001807198 और श्रीनगर- 18001807199।
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बादल फटने के बाद यूं मची थी अफरा-तफरी
अफसरों की मानें तो भारी बारिश के बीच शाम साढ़े पांच बजे बादल फटा। गुफा के बाहर आधार शिविर में अचानक पानी आने से 25 टेंट और तीन सामुदायिक रसोईघर नष्ट हो गए। यह वही जगह थी, जहां तीर्थयात्रियों को भोजन दिया जाता है। घटना में फिलहाल 13 लोगों की मौत हो गई और पुलिस, सेना के साथ राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कर्मी बचाव अभियान में जुटे।
पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताया। उन्होंने ट्वीट किया, “श्री अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। मनोज सिन्हा जी से बात की और स्थिति की जानकारी ली।’’ पीएम ने कहा, ‘‘बचाव और राहत अभियान जारी है। प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता मुहैया कराई जा रही है।” केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्रीय बलों और जम्मू कश्मीर प्रशासन को निर्देश दिया कि अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से प्रभावित लोगों को बचाने का कार्य तेजी से किया जाए।