- जो तीर्थ यात्री सुरक्षित बचे हैं उन्होंने अपना अनुभव कैमरे के सामने बयां किया
- श्रद्धालुओं ने कहा कि 'बाबा अमरनाथ' ने उन्हें बचाया और सेना ने तो बेहद ही सराहनीय काम किया
- अमरनाथ धाम हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है इस काम में सेना काफी मदद कर रही है
Amarnath Cloudburst Eye Witness Video:अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से अब तक 16 लोगों की मौत हो गई है मृतकों की संख्या में और इजाफा हो सकता है, इस हादसे में जो तीर्थ यात्री सुरक्षित बचे हैं उन्होंने अपना अनुभव कैमरे के सामने बयां किया और भारतीय सेना की मुक्त कंठ से तारीफ की और कहा कि बाबा अमरनाथ (Baba Amarnath) ने उन्हें बचाया और सेना ने तो बेहद ही सराहनीय काम किया है, गौर हो कि भारतीय सेना ने भारी बारिश के बाद अचानक आई बाढ़ में फंसे अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं को बचाने के लिए आधुनिक उपकरणों और जवानों को तैनात किया है।
बताया जा रहा कि अमरनाथ यात्रा घटना में अभी तक तकरीबन 35-40 श्रद्धालु लापता हैं वहीं लोगों को बचाने की हर संभव कोशिश की जा रही है, कई घायलों को एयरलिफ्ट भी किया गया है। अमरनाथ धाम हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है इस काम में सेना काफी मदद कर रही है, बचाव कार्य के लिए वायुसेना तैनात की गई है।
इस हादसे के चश्मदीदों ने बयां किए अपने अनुभव, देखिए किस तरीके से विपदा अचानक वहां आई और कैसे इस विपरीत परस्थियों में सेना के जवानों ने तमाम लोगों को सुरक्षित निकाला।
देखिए 'मिशन जिंदगी' (Mission Zindgi) की कहानी-
वहीं जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल ने शनिवार को उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की जिसमें अमरनाथ की पवित्र गुफा के पास चल रहे बचाव एवं राहत अभियान की समीक्षा की गई। इस बैठक में थलसेना, पुलिस, वायुसेना और नागरिक प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया, 15वीं कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल एस.एस. औजला और पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने उपराज्यपाल को पवित्र गुफा के पास चल रहे बचाव अभियान की जानकारी दी।
'मैं अनुरोध करता हूं कि यात्री शिविरों में ही रहें
उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि मलबा को यथाशीघ्र हटाने की कोशिश की जानी चाहिए। सिन्हा ने कहा, 'मैं अनुरोध करता हूं कि यात्री शिविरों में ही रहें। प्रशासन उनको आराम से रहने के लिए सभी सुविधाएं मुहैया करा रहा है। हम यात्रा को यथाशीघ्र बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं।'