- अपने तीन दिवसीय पूर्वोत्तर दौरे के तहत असम पहुंचे अमित शाह
- असम और मणिपुर में करेंगे कई विकास संबंधी परियोजनाओं का उद्घाटन
- अमित शाह की मौजूदगी में कई विपक्षी विधायक थाम सकते हैं बीजेपी का दामन
गुवाहाटी: गृह मंत्री अमित शाह पूर्वोत्तर की तीन दिवसीय यात्रा के तहत शुक्रवार रात को गुवाहाटी पहुंचे। इस दौरान एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया। एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के लिए खुद असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल सहित बीजेपी के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। अपनी तीन दिवसीय पूर्वोत्तर यात्रा के दौरान अमित शाह असम और मणिपुर में विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। गुवाहाटी पहुंचने के बाद अमित शाह ने कुछ तस्वीरें ट्वीट कीं और भव्य स्वागत के लिए असम के लोगों को शुक्रिया कहा।
असम के वित्त मंत्री और पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन के संयोजक हिमंत बिस्वा सरमा ने शाह के राज्य के दौरे को लेकर ट्वीट किया, 'लोगों के बीच अद्भुत उत्साह है क्योंकि वे गुवाहाटी की सड़कों पर अपने प्रिय नेता और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह का स्वागत करने के लिए आधी रात को पहुँचेंगे।' शाह रविवार सुबह को असम के प्रसिद्ध कामाख्या देवी मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे और फिर वहां से मणिपुर के लिए रवाना होंगे।
कई योजनाओं की करेंगे शुरूआत
असम की अपनी यात्रा के दौरान, शाह कई परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। शाह नगांव में बाताद्रव थान के विकास की आधारशिला भी रखेंगे। परियोजना का उद्देश्य इस स्थान को सांस्कृतिक और पर्यटन स्थल में बदलना है। अमित शाह गुवाहाटी में 860 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित होने वाले देश के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की आधारशिला भी रखेंगे।
विपक्षी विधायक हो सकते हैं बीजेपी में शामिल
स्थानीय मीडिया के अनुसार, शाह के दौरे के दौरान पूर्व मंत्री और निष्कासित कांग्रेस विधायक अजंता नेग सहित कुछ निर्दलीय विधायक भी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। शाह का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब राज्य में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं क्योंकि विभिन्न स्थानीय संगठनों ने विवादास्पद अधिनियम के खिलाफ अपने आंदोलन को नए सिरे से शुरू किया है। 27 दिसंबर को शाह इम्फाल जाएंगे और मणिपुर में कई परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे।
अगले साल होने हैं असम में चुनाव
असम में अगले साल चुनाव होंगे 2016 में, राज्य के मतदाताओं ने 60 सीटों के साथ भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी बनाते हुए एक खंडित जनादेश दिया। 126 सीटों वाले विधानसभा में बीजेपी सरकार को 14 विधायकों वाली असम गण परिषद और 12 विधायकों वाले बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट तथाएक निर्दलीय विधायक का समर्थन प्राप्त है।