- प्रधानमंत्री मोदी ने देश में लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई, अब 3 मई तक रहेगी बंदिश
- देश में 25 मार्च को लागू हुआ था 21 दिनों का लॉकडाउन, पीएम की लोगों से सहयोग की अपील
- गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि देश में जरूरी सामग्री की कमी नहीं, पर्याप्त मात्रा में है भंडार
नई दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को देशवासियों को भरोसा दिलाया कि दवा, खाद्य सामग्री से लेकर किसी भी चीज की कोई कमी देश में नहीं है और लोगों को किसी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है। गृह मंत्री का बयान पीएम मोदी की ओर से लॉकडाउन की अवधि बढ़ाए जाने की घोषणा के बाद आया। बता दें कि पीएम मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में लॉकडाउन की अवधि तीन मई तक बढ़ाने की घोषणा की। देश में 21 दिनों के लॉकडाउन के अवधि समाप्त होने की 14 अप्रैल अंतिम तारीख है।
सरकार के पास पर्याप्त भंडारण
गृह मंत्री ने अपने एक ट्वीट में कहा, 'देश के गृह मंत्री के रूप में, मैं लोगों को एक बार फिर भरोसा दिलाना चाहता हूं कि सरकार के पास पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री, दवा एवं रोजाना इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं का भंडारण है। देश के किसी भी नागरिक को चिंता करने की जरूरत नहीं है। मैं सक्षम लोगों से अपील करना चाहूंगा कि वे अपने आस-पास जरूरतमंदों एवं गरीब लोगों की मदद के लिए आगे आएं।'
पीएम ने लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई
देश के नाम अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि उन्हें पता है कि लोग कठिन दौर एवं परेशानियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दूसरे चरण में लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जाएगा। साथ ही पीएम ने यह भी कहा कि जिन क्षेत्रों में हालात खराब होने की आशंका नहीं होगी, वहां 20 अप्रैल के बाद कुछ राहत और छूट दी जा सकती हैं। अपने संबोधन में पीएम ने लोगों से सात वचनों का पालन करने की भी अपील की।
कई राज्य पहले ही बढ़ा चुके हैं लॉकडाउन
लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने से पहले ओडिशा, पंजाब, महाराष्ट्र, तेलंगाना, तमिलनाडु और पुड्डुचेरी पहले ही लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने की घोषणा कर चुके हैं। इस बीच, भारत में कोविड-19 से संक्रमण की संख्या बढ़कर 10,363 हो गई है। इस दौरान 1037 लोगों को उपचार के बाद ठीक किया जा चुका है जबकि इस महामारी से 339 लोगों की मौत हो चुकी है।
'लोगों का जीवन ज्यादा महत्वपूर्ण'
कोविड-19 की भयावहता का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लिया है। उन्होंने कहा, 'कई देश ऐसे हैं जिन्होंने समय पर इस महामारी से निपटने के लिए कदम नहीं उठाए। इन देशों में बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है लेकिन भारत ने समय रहते ही इस संकट को पहचान गया और इससे लड़ने के लिए लॉकडाउन सहित कई प्रभावी कदम उठाए।' पीएम ने कहा कि देश को लॉकडाउन की एक बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है लेकिन भारत में लोगों का जीवन बचाना ज्यादा महत्वपूर्ण है।