भुवनेश्वर : संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दो समूहों के बीच हिंसक झड़प के बाद भड़के दंगे को लेकर विपक्ष जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार के खिलाफ हमलावर तेवर अपनाए हुए है और गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग कर रहा है, वहीं गृह मंत्री ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा है कि वे सीएए को लेकर लोगों को उकसा रहे हैं, जिससे दंगा भड़क रहा है।
'नहीं छिनेगी नागरिकता'
अमित शाह शुक्रवार को यहां सीएए के समर्थन में आयोजित रैली को संबोधित कर रहे थे, जब उन्होंने एक बार फिर जोर देकर कहा कि संशोधित नागरिकता कानून में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, जो किसी की नागरिकता छीन ले, बल्कि यह कानून तो नागरिकता देने के लिए लाया गया है। इसका विरोध करने वालों से पूछा जाना चाहिए कि इस कानून में ऐसा कौन सा उपबंध है, जो लोगों की नागरिकता छीनने की बात करता है।
विपक्ष पर झूठ बोलने का आरोप
विपक्ष पर हमलावर गृह मंत्री अमित शाह ने इन पार्टियों पर झूठ बोलने, अफवाहें फैलाने, लोगों को गुमराह करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, 'विपक्ष के लोग संशोधित नागरिकता कानून को लेकर भ्रांति फैला रहे हैं कि संशोधित नागरिकता कानून से मुसलमानों की नागरिकता चली जाएगी। वे लोगों को उकसा रहे हैं, दंगे करा रहे हैं।' उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, 'विपक्षी दल नागरिकता संशोधन कानून पर आखिर झूठ क्यों बोल रहे हैं?
गिनाए मोदी सरकार के काम
इस दौरान गृह मंत्री ने पूर्वी भारत के विकास के लिए मोदी सरकार की ओर से किए गए कार्यों का भी जिक्र किया और कहा कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारें जो काम पिछले 55 वर्षों में नहीं कर सकी, उसे मौजूदा सरकार ने महज 5 वर्षों में कर दिखाया। इस दौरान उन्होंने जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अहम प्रावधानों को निरस्त करने के सरकार के फैसले का भी जिक्र किया।
'ओडिशा, गुजरात जैसा'
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की योजनाओं से ओडिशा को होने वाले फायदे को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार की योजना वर्ष 2024 तक देश के हर घर में नल के जरिये पीने के स्वच्छ पानी को पहुंचाने की है और इसका सबसे बड़ा फायदा ओड़िशा को मिलने वाला है। उन्होंने यह भी कहा, 'लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार ओड़िशा आया हूं। इससे पहले भी कई बार ओडिशा आ चुका हूं। मुझे कभी यह गुजरात से अलग नहीं लगा। यहां हमेशा मुझे अपने दूसरे घर जैसा महसूस हुआ।