- यूपी में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध पर सपा सांसद जया बच्चन ने अपने गुस्से का इजहार किया
- उन्होंने कहा कि चित्रकूट में जो हुआ वह बहुत शर्मानक है, हम इसे संसद में नहीं उठा पा रहे हैं, इस पर बहस की इजाजत नहीं है
- उन्होंने कहा कि बलात्कार के दोषियों के साथ किसी तरह की नरमी नहीं की जानी चाहिए, उन्हें सख्त सजा दी जानी चाहिए, यह सिलसिला थम नहीं रहा है
नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों पर समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने गुरुवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में कोई भी सुरक्षित है? किसी की सुरक्षा नहीं है। यूपी में हो रही घटनाओं के बारे में आपको बताऊंगी तो आप चौंक जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर हम बहुत सख्त शब्द यूज करते हैं तो हमें कहा जाता है कि आपको ये नहीं बोलना चाहिए था। आप लोग मेरे सामने खड़े हैं। अभी मुझे ऐसा लगता है कहीं गुस्से में मैं आपको पकड़ कर ना मार दूं।
चित्रकूट में जो हुआ वह बहुत शर्मानक है। हम इसे संसद में नहीं उठा पा रहे हैं। इसके ऊपर बहस की इजाजत नहीं है। ये क्या हो रहा है। अगर हम पर सख्त शब्दों में बोलते हैं तो हमे कहा जाता है कि आप को यह नहीं बोलना चाहिए। आपने बहुत कठोर शब्द यूज किया। उन्होंने कहा कि क्या करें? ये तो हमारे अंदर की फिलिंग है। मुझे ऐसा लगता है आप लोग हमारे सामने खड़े हैं किसी गुस्से में मैं आपलोगों को ना मार दूं।
गौर हो कि यूपी के उन्नाव के बिहार पुलिस स्टेशन इलाके में बलात्कार की एक पीड़िता को 5 लोगों ने जिंदा जलाने की कोशिश की। घटना के वक्त पीड़िता अपने मुकदमे की पैरवी में रायबरेली जाने के लिए ट्रेन पकड़ने बैसवारा स्टेशन जा रही थी तभी गौरा मोड़ बिहार मौरांवा रास्ते पर आरोपियों ने इस घटना को अंजाम दिया। पीड़िता 60 से 70% तक जल गई है और उसे लखनऊ के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार को कटघरे में खड़ा किया।
हाल ही में हैदराबाद के पास साइबराबाद में एक महिला वेटनरी डॉक्टर के साथ गैंगरेप और उसे जला कर मारने की घटना पर जया बच्चन ने राज्यसभा में कड़े शब्दों में निंदा करते हुए सोमवार को कहा था कि यह पहली बार नहीं है जब मैं ऐसे किसी मुद्दे पर बोलने के लिए खड़ी हुई हूं। निर्भया कांड, कठुआ कांड, यह थम ही नहीं रहा। जया ने कहा था कि बलात्कार के दोषियों के साथ किसी तरह की नरमी नहीं की जानी चाहिए, उन्हें सख्त सजा दी जानी चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई सार्वजनिक तौर पर होनी चाहिए।