नई दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने चेतावनी जारी की है कि एलओसी पर कभी भी हालात बिगड़ सकते हैं। एलओसी पर हर हालात के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा, 'नियंत्रण रेखा पर स्थिति किसी भी समय खराब हो सकती है, हमें हर कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा।' पाकिस्तान की तरफ से एलओसी पर लगातार फायरिंग की जा रही है, संघर्ष विराम का उल्लंघन हो रहा है। भारतीय सेना की तरफ से भी जवाबी कार्रवाई की जा रही है।
भारतीय संसद द्वारा पहले जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना और अब नागरिकता संसद कानून पारित करने के बाद से पाकिस्तान में बौखलाहट बढ़ गई है। पाकिस्तान की संसद ने सोमवार को भारत के नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें कहा गया कि यह द्विपक्षीय समझौतों के खिलाफ है और भारत से इसमें भेदभावपूर्ण धाराओं को हटाने की मांग की गई।
इस कानून को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भी परमाणु युद्ध की धमकी दी। जेनेवा में वैश्विक शरणार्थी फोरम को संबोधित करते हुए खान ने कहा कि सीएए से न कवेल दक्षिण एशिया में शरणार्थी संकट बढ़ेगा बल्कि यह परमाणु हथियार संपन्न देशों भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को बढ़ा सकता है।
भारत ने बिना देरी किए इमरान खान के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। भारत ने कहा कि भारत के पूरी तरह से आंतरिक मामले में इमरान खान का बयान गैर-जरूरी है। वह एक बहुपक्षीय मंच पर अपने संकीर्ण राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ा और झूठ बोल रहे हैं।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने पिछले महीने लोकसभा में कहा था, 'अगस्त 2019 से अक्टूबर 2019 के बीच जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा से लगी सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन की 950 घटनाएं हुई हैं।'