नई दिल्ली : अरुणाचल प्रदेश की सीमा से 17 साल के भारतीय लड़के मिरान तारोन को चीन की सेना पीएलए द्वारा अगवा किए जाने की रिपोर्टों पर रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से खबर सामने आई है। सूत्रों का कहना है कि तारोन के लापता होने की घटना की जानकारी जैसे ही सामने आई, सेना ने स्थापित तंत्र हॉट लाइन के जरिए तत्काल पीएलए से संपर्क स्थापित किया। सेना ने पीएलए को बताया कि शिकार की खोज एवं जड़ी-बूटी तलाश के लिए निकला युवक रास्ता भटक गया और उसके बारे में पता नहीं चल पाया है। सेना ने पीएलए से इस युवक को अपने हिस्से में ढूंढने और मिलने पर उसे तय प्रोटोकॉल के तहत भारत को लौटाने के लिए कहा।
भाजपा सांसद ने मुद्दा उठाया
चीन की सेना पीएलए पर अरुणाचल प्रदेश के अप्पर सियांग जिले से तारोन को अगवा करने का आरोप लगा है। बुधवार को प्रशासन ने भारतीय सीमा से लड़के के अगवा किए जाने की जानकारी दी। तारोन जिडो गांव के रहने वाले हैं। इस मामले को भाजपा सांसद तपीर गाओ ने भी उठाया है। सांसद का आरोप है कि यह अपहरण सियांग जिले के लुंगटा जोर इलाके से हुआ। गाओ के साथ ही कांग्रेस विधायक निनॉन्ग इरिंग ने भारत सरकार से इस मामले में जल्द कार्रवाई की मांग की है।
शियांग नदी के पास हुई घटना
सांसद का कहना है कि यह घटना उस स्थान के पास हुई, जहां शियांग नदी अरुणाचल प्रदेश में भारत में प्रवेश करती है। गाओ ने यह भी कहा कि उन्होंने इस घटना के बारे में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक को सूचित किया है। बता दें कि पीएलए ने सितंबर 2020 में अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले से पांच युवकों को अगवा किया था। भारत सरकार के कूटनीतिक दबाव पर उसने एक सप्ताह बाद उन्हें रिहा किया।