- विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल को लेकर कुमार विश्वास ने कई कई अहम खुलासे
- विश्वास बोले- पंजाब चुनाव के समय दिल्ली छोड़कर पंजाब का सीएम बनने की तैयारी कर चुके थे केजरीवाल
- मैंने केजरीवाल के इस कदम का किया था विरोध लेकिन उन्होंने जिद पकड़ ली थी- कुमार विश्वास
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेताओं में शुमार रह चुके और मुख्यमंत्री केजरीवाल के करीबी रहे लोकप्रिय कवि कुमार विश्वास ने इस बार एक बड़ा खुलासा किया है। कुमार विश्वास का यह इंटरव्यू सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। विश्वास अक्सर केजरीवाल को निशाने पर लेते रहते हैं। कुछ दिन पहले ही कुमार विश्वास ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्होंने षड्यंत्रकारी हत्यारों जैसा व्यवहार किया था। इस वायरल इंटरव्यू में विश्वास ने बताया कि केजरीवाल ने पंजाब चुनाव के बाद वहां का मुख्यमंत्री बनने की पूरी तैयारी कर ली थी और इसके लिए वो मनीष सिसोदिया को दिल्ली की कमान सौंपना चाह रहे थे।
क्या कहा इंटरव्यू में विश्वास ने
इस वायरल इंटरव्यू में कुमार विश्वास कहते हैं, 'मैंने कहा वहां भावनाओं को मत भड़काइए, आग मत लगाइए। पंजाब में कोई नहीं चाहता है कि वहां शांति भंग हो। हिंदू नहीं चाहते, सिख भी नहीं चाहते। वहां के किसी हिंदू ने नहीं कहा कि हम मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं... लुधियाना मंदिर और दरबार साहिब के प्रति श्रद्धा बराबर है वहां के हिंदुओ में। इसको (केजरीवाल) ये लग गया था कि वहां 90 सीटें आएंगी और मैं मुख्यमंत्री बनूंगा वहां का। मैंने कहा कि पंजाब के लोग आपको स्वीकार नहीं करेंगे वहां।'
पंजाब का सीएम बनने को बेताब थे केजरीवाल!
इस इंटरव्यू में कुमार विश्वास बताते हैं, 'मैंने कहा कि वहां (पंजाब) में लोग बिना पगड़ी वाले आदमी को स्वीकार नहीं करेंगे। पंजाब सूबा नहीं है बल्कि वो एक इमोशन है वो भी पूरी दुनिया के लिए। पूरी दुनिया में जो सिख हैं उनके लिए पंजाब एक इमोशन है। मैंने अरविंद से पूछा कि कैसे आप सीएम बनेंगे। वह दो सौ प्रतिशत सीएम बनना चाहते थे। मैंने पूछा क्या फॉर्मूला है सीएम बनने का तो उन्होंने (केजरीवाल) बताया कि जब 90 सीटें आ जाएंगी तो हम फुल्का ग्रुप और भगवंत मान ग्रुप में फूट डलवाएंगे।
मनीष सिसोदिया को थी दिल्ली का सीएम बनाने की तैयारी
कुमार विश्वास ने आगे का खुलासा करते हुए कहा कि केजरीवाल फुल्का और भगवंत मान ग्रुप के विधायकों के बीच फूट डलवाकर सीएम बनना चाह रहे थे। उन्होने बताया, 'वहां लगेगा कि फुल्का बनेगा तो दूसरी तरफ लगेगा कि भगवंत मान बनेगा। फिर दो चार दिन न्यूज चलेगी तो नेशनल न्यूज बन जाएगी। फिर तू (विश्वास) चला जाएगा, आशुतोष चला जाएगा। आप दोनों वहां जाकर केंद्र के पर्यवेक्षक के तौर पर विधायकों से बात करना और फिर ये कहना कि वो (विधायक) कह रहे हैं कि या तो अरविंद को बनाओ या फिर हमारे कैंडिडेट को बनाओ। मैं भारी मन से दिल्ली को छोड़ दूंगा और मनीष को दिल्ली सौंप के पंजाब चला जाऊंगा। मनीष को लोग पंसद भी कर रहे हैं। फिर धीरे-धीरे वहां जमा भी लेंगे।
विश्वास ने किया था विरोध
कुमार विश्वास ने केजरीवाल के सीएम बनने इस बात पर कहा, 'मैंने कहा कि ये होगा नहीं वो बॉर्डर स्टेट है, केंद्र से तु्म्हारी बनती नहीं है और बहुत मुश्किलें होंगी। जिन लोगों को आप अपीचमेंट कर सीएम बनना चाह रहे हो वो चरस बो देंगे जान की। बहुत बुरा हाल हो जाएगा। इसके बाद वो बोले कि सर जी आप चुप रहो आपको शपथ ग्रहण में बुलाऊंगा और दोनों भाई साथ चलेंगे। मैंने कहा कि ठीक है और मैं पंजाब नहीं गया।'