- दिल्ली की एक अदालत ने चारों दोषियों को 22 जनवरी को फांसी पर लटकाने का आदेश दिया है
- निर्भया की मां आशा देवी ने अपनी बेटी की मौत पर पहली बार राजनीति करने का लगाया है आरोप
- दिल्ली की एक कोर्ट ने सभी दोषियों की फांसी पर लटकाने के आदेश पर रोक लगा दी है
नई दिल्ली : दिल्ली गैंगरेप के दोषियों की फांसी की सजा में देरी होने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रतिक्रिया दी है। केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि इस केस में दिल्ली सरकार ने समय रहते कार्रवाई की है और इस मामले में उनकी सरकार की भूमिका बहुत सीमित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह भी चाहते हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द फांसी पर लटकाया जाए। बता दें कि निर्भया की मां ने दोषियों की फांसी की सजा में हो रही देरी के लिए पहली बार राजनीतिक दलों को जिम्मेदार ठहराया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में आशा देवी ने मामले में चारों दोषियों मुकेश सिंह, विनय शर्मा, अक्षय सिंह और पवन गुप्ता की फांसी की सजा में हो रही देरी के लिए भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया। निर्भया की मां ने कहा, 'अब तक मैंने राजनीति के बारे में कोई बात नहीं की। मैंने केवल न्याय की मांग की लेकिन आज मैं उन लोगों से कहना चाहती हूं जिन्होंने 2012 में काले झंडे और तिरंगे के साथ सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन किया था। आज वे लोग राजनीतिक लाभ के लिए मेरी बेटी की मौत पर सियासत कर रहे हैं।'
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर निशाना साधते हुए आशा देवी ने कहा, 'मनीष सिसोदिया जी कहते हैं कि दिल्ली पुलिस यदि उन्हें दो दिनों के मिल जाए तो वह दोषियों को तुरंत फांसी पर चढ़ा देंगे। ऐसा लगता है कि दिल्ली पुलिस को अपने अधीन रखने के लिए वह केवल बयान दे रहे हैं। मेरा अनुरोध है कि राजनीतिक लाभ के लिए मेरी बेटी का इस्तेमाल बंद किया जाए। न्याय की इस लड़ाई में मैं दो राजनीतिक दलों के बीच फंस गई हूं। मुझे लगता है कि हम लोगों का इस्तेमाल किया गया।'
आशा देवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा, 'साल 2014 में आपने यह कहते हुए 'बहुत हुआ नारी पर अत्याचार, अब की बार मोदी सरकार' सत्ता में आए। इसलिए इन बलात्कारियों को 22 जनवरी को फांसी पर लटकाएं।'
आशा देवी के सवाल पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, 'दिल्ली गैंगरेप केस में दिल्ली सरकार की जो जिम्मेदारी बनती है उसे घंटों के भीतर पूरा किया गया। इस मामले में हमारी तरफ से कभी कोई देरी नहीं हुई। इस मामले में दिल्ली सरकार की भूमिका बहुत थोड़ी है। हम चाहते हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द फांसी पर लटकाया जाए।'
बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस केस में दोषी मुकेश सिंह की दया याचिका खारिज कर दी है। दिल्ली की एक अदालत ने सभी दोषियों को 22 जनवरी को फांसी देने के लिए डेथ वारंट जारी किया है जिस पर रोक लग गई है। तिहाड़ जेल प्रशासन की ओर से दोषियों को फांसी देने की तैयारी भी की गई है। मेरठ से पवन नाम के जल्लाद को तिहाड़ जेल बुलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।