- बयान को तूल पकड़ता देख केजरीवाल ने अपने बिहार के लोगों पर दिए बयान पर दी सफाई
- केजरीवाल बोले- हमने किसी को भी शिक्षा और चिकित्सा सेवा देने से नहीं किया इनकार
- केजरीवाल द्वारा कुछ दिए गए बयान पर भाजपा और कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई थी
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने अपने उस बयान पर सफाई दी है जिसमें उन्होंने कहा था बिहार (Bihar) का एक आदमी पांच सौ रुपये के टिकट से ट्रेन में बैठकर दिल्ली आ जाता है और पांच लाख का इलाज (Medical Treatment) फ्री में कराकर चला जाता है। केजरीवाल के इस बयान पर काफी हंगामा हुआ था। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने केजरीवाल के इस बयान की काफी आलोचना की थी वहीं कांग्रेस ने भी उनके इस बयान को निशाने पर लेते हुए केजरीवाल से सवाल किए थे।
दिल्ली में कुछ ही महीनों बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं ऐसे में मामला तूल पकड़ता देख केजरीवाल ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा है, 'हमने कभी भी किसी का इलाज करने या शिक्षा देने से इनकार नहीं किया है। हम खुशी होगी यदि हम जरूरतमंद लोगों की मदद कर सकें या उन्हें उपचार दे सकें और बच्चों को शिक्षित कर सकें तो, चाहे वो देश का कोई भी नागरिक हो। हम चाहते हैं कि दिल्ली जैसी शैक्षणिक और चिकित्सा सुविधाएं देश के बांकि हिस्सों में भी उपलब्ध कराई जाएं।'
तब केजरीवाल ने यह भी कहा था कि सबका इलाज होना चाहिए, लेकिन दिल्ली की भी अपनी क्षमता है. पूरे देश के लोगों का इलाज कैसे करेगी दिल्ली? केजरीवाल के इस बयान पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा था, 'केजरीवाल बिहार और बाकी राज्यों के लोगों से नफरत करते हैं। उनकी मेरी राज राजनीतिक दुश्मनी हो सकती है लेकिन वो बिहार और पूर्वांचल के लोगों के साथ जो नफरत दिखा रहे हैं वो सहीं नहीं है।'
इससे पहले केजरीवाल ने एनआरसी को लेकर विवादित बयान देते हुए कहा था कि अगर दिल्ली में एनआरसी लागू हुआ तो मनोज तिवारी राजधानी छोड़ने वाले पहले शख्स होंगे। इसका जवाब देते हुए मनोज तिवारी ने कहा था कि 'NRC के मुद्दा अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक का नहीं है। जो विदेश से ग़ैरक़ानूनी तरीक़े से आए हैं उन्हें जाना होगा। लेकिन केजरीवाल जी को लगता है जो देश के बाक़ी हिस्से से दिल्ली आए हैं उन्हें भी दिल्ली छोड़ देनी चाहिए। इसलिए वो टुकड़े गैंग का समर्थन करते हैं।'